Hardoi News: उर्दू टीचर पूछते हैं ‘पिया’ और ‘मोहब्बत’ का अर्थ

Hardoi News: इस मामले का खुलासा तब हुआ जब रात में स्कूल का निरीक्षण करने खंड शिक्षा अधिकारी पहुंची थीं।उनसे ही बच्चियों ने इस बात को बताया।

Hardoi News: उर्दू टीचर पूछते हैं ‘पिया’ और ‘मोहब्बत’ का अर्थ
Hardoi girl students harassed by urdu teacher (photo: social media )
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Hardoi News: मैडम जी! हमारे उर्दू टीचर हमसे मोहब्बत और पिया का अर्थ पूछते हैं। कई बार हाथ खींचकर पकड़ लेते हैं। कभी गले लगाते और गोद में बैठाने का प्रयास करते हैं। ये शर्मनाक आरोप कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय टोडरपुर की छात्राओं ने अपने उर्दू अध्यापक पर लगाए हैं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब रात में स्कूल का निरीक्षण करने खंड शिक्षा अधिकारी पहुंची थीं। उनसे ही बच्चियों ने इस बात को बताया। यह शर्मनाक मामला उस क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है, जहां की विधायक एक महिला और उच्चशिक्षा मंत्री का भी ये क्षेत्र लगता है।

उर्दू शिक्षक कहते हैं- ‘राम, कृष्ण भगवान नहीं’

लगातार मिल रही शिकायतों के बाद संदेह होने पर खण्ड शिक्षा अधिकारी स्कूल में निरीक्षण करने पहुंची थीं। उन्हें छात्राओं ने डरते हुए अकेले में बताया कि उनके उर्दू अध्यापक मुजीब खान उनसे कभी मोहब्बत तो कभी पिया जैसे शब्दों का अर्थ पूछते हैं। शर्म से चुप हो जाने पर गलत तरीके से छूते हैं। उर्दू अध्यापक उनसे कभी कहते कि राम कृष्ण भगवान नहीं हैं, तो कभी गोद में बैठाने की कोशिश करते हैं। इस मामले में बीईओ शालिनी गुप्ता ने बताया कि उन्होंने फोन पर ही बीएसए को सूचना देते हुए गुरुवार को लिखित आख्या भी दे दी है। उर्दू अध्यापक मुजीब खां का विद्यालय में प्रवेश रोक दिया गया है।

बनाई गई जांच टीम

इस शर्मनाक मामले को जिलाधिकारी एमपी सिंह ने गंभीरता से लिया है। डीएम ने एसडीएम संडीला दिव्या मिश्रा के नेतृत्व में महिला अधिकारियों की जांच टीम बनाई है। जिसमें जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ऋचा गुप्ता और क्षेत्राधिकारी हरियावा शिल्पी कुमारी को रखा गया है। तीनों महिला अधिकारी खुद छात्राओं से बात करेंगी और उनकी आख्या के आधार पर जिलाधिकारी की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।

उच्चशिक्षा राज्यमंत्री ने जताया रोष

इस मामले को लेकर उच्चशिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी से बात की गई तो उन्होंने काफी रोष जताते हुए कहा कि हमारा देश गुरु और शिष्य की अत्यंत ही संस्कारित परंपराओं वाला रहा है। ऐसी कुत्सित मानसिकता वाले लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, वो पूरे प्रकरण की जांच कराकर दोषी उर्दू अध्यापक को विधि सम्मत कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगी।