Lucknow: शिक्षकों का फूटा गुस्सा, प्रदर्शन करने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में लेकर ईको गार्डन

Lucknow News: प्राइवेट स्कूलों में नहीं हुई पढ़ाई, शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन, इस वजह से हो रहा आंदोलन

Ashish Pandey
Published on: 8 Aug 2023 11:24 AM GMT (Updated on: 8 Aug 2023 1:06 PM GMT)
Lucknow: शिक्षकों का फूटा गुस्सा, प्रदर्शन करने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में लेकर ईको गार्डन
X
Teachers Protest Outside CM Residence After Aligarh Incident

Lucknow News: 69000 शिक्षक भर्ती के अध्यापकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण पर लगी रोक हटाने के संबंध में कई दिनों से धरना दे रहे शिक्षकों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के लिए मुख्यमंत्री आवास पांच कालीदास मार्ग पहुंचे। वहां पहले से मुस्तैद पुलिस ने इन शिक्षकों को हिरासत में लेकर धरना स्थल ईको गार्डन भेज दिया।

दरअसल बतादें कि 69000 शिक्षक भर्ती के अध्यापकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण पर लगी रोक हटाने के संबंध में शिक्षक कई दिनों से धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी इस मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शिक्षकों का कहना है कि सरकार हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। हम अपनी बात कहना चाहते हैं, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि हम सरकार से लगातार अंतरजनपदीय स्थानांतरण पर लगी रोक हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। इसी को लेकर मंगलवार को शिक्षक मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर धरना स्थल इको गार्डन भेज दिया। वहां पर शिक्षकों अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। शिक्षकों का कहना है कि शिक्षकों की किसी भी समस्या को सरकार सुनने को तैयार नहीं है। जब सरकार ही हमारी बात नहीं सुनेगी तो हम कहां अपनी बात रखेंगे।

शिक्षक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर काफी दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन उनकी इस मांगों का अभी तक कोई कारगर समाधान होता नहीं दिख रहा है। सबसे बड़ी मांग उनकी अंतरजनपदीय स्थानांतरण की है। उनका कहना है कि कई शिक्षक मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, शामली आदि पश्चिमी जिलों के हैं जिनकी नियुक्ति देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महाराजगंज जैसे पूर्वांचल के जिलों में की गई है, ऐसे में ये शिक्षक मांग कर रहे हैं कि उनका स्थानांतरण उनके गृह जनपद के आसपास किया जाए।

Ashish Pandey

Ashish Pandey

Next Story