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Hardoi News: ज़िला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन फिर हुई ख़राब, ज़िम्मेदार एक दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा, मरीजों की जेब हो रह

Hardoi News: हरदोई में सीटी स्कैन मशीन खराब हो गई जिसका खामियाजा अब सिटी स्कैन कराने वाले मरीजों को उठाना पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व खराब हुई मशीन को टेक्नीशियन द्वारा दुरुस्त किया गया लेकिन 24 घंटे के ऊपर सीटी स्कैन मशीन नहीं संचालित हो सकी।

Pulkit Sharma
Published on: 2 Aug 2023 8:05 PM IST
Hardoi News: ज़िला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन फिर हुई ख़राब, ज़िम्मेदार एक दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा, मरीजों की जेब हो रह
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Hardoi News: हरदोई में सीटी स्कैन मशीन खराब हो गई जिसका खामियाजा अब सिटी स्कैन कराने वाले मरीजों को उठाना पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व खराब हुई मशीन को टेक्नीशियन द्वारा दुरुस्त किया गया लेकिन 24 घंटे के ऊपर सीटी स्कैन मशीन नहीं संचालित हो सकी। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला चिकित्सालय में 24 जुलाई से सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। जानकारों के मुताबिक सीटी स्कैन मशीन का ट्यूब हेड खराब हो गया है जिसके चलते मशीन संचालित नहीं हो पा रही है। वहीं जिला चिकित्सालय में 7 महीने से एक्सरे यूनिट भी खराब है।

हरदोई मेडिकल कॉलेज से संबुद्ध जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन के साथ-साथ एक्सरे यूनिट के ठप होने से वहां आने वाले मरीजों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को बाजार में एक्स-रे और सीटी स्कैन अधिक दामों में कराना पड़ रहा है जिसके चलते मरीजों व उनके तीमारदारों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग लगातार सवालों के घेरे में रहता है। जिला चिकित्सालय हो या मेडिकल कॉलेज दोनों में सुविधाओं का अभाव शुरू से है साथ ही यहां जिम्मेदारों की कार्यशैली भी लगातार सवालों के घेरे में रहती है।

पत्राचार के बीच अटकी सीटी स्कैन मशीन की कहानी

हरदोई मेडिकल कॉलेज से संबुद्ध जिला चिकित्सालय में सिटी स्कैन मशीन खराब होने के बाद जिम्मेदारों द्वारा सीएमएस को चिट्ठी लिखी गई जिसके बाद से सीएमएस द्वारा महानिदेशक स्वास्थ्य को चिट्ठी लिख समस्या से अवगत कराया गया। स्वास्थ्य महानिदेशक ने सिटी स्कैन यूनिट की देखरेख करने वाली कंपनी को चिट्ठी लिखकर समस्या का निदान करने को कहा। सिटी स्कैन मशीन की देखरेख करने वाली कंपनी ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य चिट्ठी लिख अवगत कराया कि इसमें उनकी कंपनी कि कोई भी गलती नहीं है इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को सिटी स्कैन यूनिट इंस्टॉल करने वाली कंपनी से संपर्क करना चाहिए। 24 जुलाई से लगातार जनपद से लेकर शासन के अधिकारियों व निजी कंपनियों के बीच पत्राचार होता रहा जिसके बाद 27 जुलाई को कंपनी के एक इंजीनियर ने मशीन को चेक किया।

इंजीनियर द्वारा बताया गया कि सीटी स्कैन मशीन का ट्यूब हेड खराब है। इसके बाद एक बार फिर पत्राचार का दौर शुरू हुआ और सीएमएस ने मरीजों को रही असुविधा को लेकर महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को पत्र भेजा जिसके बाद महानिदेशक द्वारा यूपी सिटी स्कैन के प्रोजेक्ट मैनेजर को पत्र लिखा जिसका जवाब देते हुए यूपी सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहां की इस मामले में उनकी कंपनी की कोई भी गलती नहीं है उनके द्वारा सीटी स्कैन मशीन को इंस्टॉल करने वाली कंपनी को चिट्ठी भेज दी है। उसमें कहा गया कि इस बारे में चिकित्सा स्वास्थ्य महकमा और कंपनी दोनों साथ मिलकर इसका हल निकाल सकते हैं। फिलहाल अधिकारियों व निजी कंपनियों के बीच पत्राचार का दौर जारी है। इन सबके बीच मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जनपद के कस्बों व ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों को जिला चिकित्सालय में ना ही सिटी स्कैन सुविधा उपलब्ध हो पा रही है और ना ही एक्स-रे की। फिलहाल इन दोनों समस्याओं का हल होता हुआ भी अभी नजर नहीं आ रहा है। जिला चिकित्सालय आने वाले मरीजों को अभी इंतजार करना पड़ेगा।

60 लाख आएगा खर्च

सिटी स्कैन मशीन में आई खराबी को लेकर बताया गया कि मशीन में लगे ट्यूब हेड के खराब हो जाने के चलते समस्या उत्पन्न हुई है।ट्यूब हेड को बदलने में काफी लंबा खर्च आने वाला है।जानकारों के मुताबिक मशीन को ठीक कराने के लिए लगभग 50 से 60 लाख का खर्चा हो सकता है जिसके बाद ही मशीन दोबारा शुरू हो सकती है। वही 7 महीनों से ठप पड़ी एक्सरे यूनिट के लिए करीब ₹1 लाख 50 हज़ार रुपए का खर्च आने का अनुमान है।स्वास्थ्य विभाग इन सब बातों को लेकर विचार कर रहा है।अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कब तक सीटी स्कैन व एक्स-रे यूनिट को दोबारा शुरू करा कर मरीजों को सुविधा प्रदान करेगा।



Pulkit Sharma

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