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Hardoi News: बाढ़ में बहे जल शक्ति मंत्री के दावे, उफनाती रामगंगा में तैरनी लगी परियोजना!
Hardoi News: हरदोई में रामगंगा नदी उफनाने के साथ ही प्रदेश में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा चल रही परियोजनाओं की पोल भी खुल गई है। हाल ही में हरदोई पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सभी परियोजनाओं को सफल बताया था।
Hardoi News: हरदोई में रामगंगा नदी उफनाने के साथ ही प्रदेश में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा चल रही परियोजनाओं की पोल भी खुल गई है। हाल ही में हरदोई पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सभी परियोजनाओं को सफल बताया था। साथ ही कहा था कि अधिकांश परियोजनाएं 70 से 80 फ़ीसदी पूरी हो चुकी है। प्रदेश में बाढ़ से न्यूनतम नुकसान हुआ है। साथ ही पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा था कि पूर्व की सरकारों में परियोजनाएं बाढ़ में बह जाते थी। जल शक्ति मंत्री के दिए गए बयान के बाद प्रदेश की राजधानी से लगे हरदोई जनपद ने भी करोड़ों की परियोजना नदी के उफान पर आते ही बह गई।
नदी धारा मोड़ने की परियोजना के साधन बाढ़ में बहे
सवायजपुर तहसील क्षेत्र के तीन गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए रामगंगा नदी की धार को मोड़ने का कार्य शुरू हुआ था। इस कार्य में 7.95 करोड़ रुपए की परियोजना थी। लेकिन रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही परियोजना की पोल खुल गई। रामगंगा नदी को बाढ़ से बचाने के लिए नदी की धार को मोड़ने का कार्य किया जा रहा था। जिसके लिए बांस व जिओ ट्यूब को लगाकर परियोजना को अंजाम दिया जा रहा था। रामगंगा नदी के उफान पर आते ही बांस बल्ली, जियो ट्यूब सब एक साथ पानी में बहते नजर आए। साथ ही प्रदेश के जल शक्ति मंत्री के दावे भी रामगंगा नदी में बहते दिखे।
परियोजना का काम करीब हो चुका था पूर्ण
पहाड़ी इलाकों पर लगातार हो रही बारिश से प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं। ऐसे में हरदोई पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सवायजपुर तहसील क्षेत्र का एक बड़ा इलाका हर वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाता है। प्रत्येक वर्ष यहां रह रहे लोगों को बाढ़ से काफी नुकसान उठाना पड़ता है। लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय विधायक ने बाढ़ से बचाव को लेकर कई परियोजनाएं मंजूर कराई थी। इसी में से एक परियोजना रामगंगा नदी की धारा को बदलने की भी मंजूर हुई थी। क्षेत्रीय लोगों को इस परियोजना के मंजूर होने से बड़ी राहत मिलने वाली थी। लोगों को उम्मीद थी कि इस वर्ष वह गांव में आने वाली बाढ़ से बच सकेंगे। अप्रैल में क्षेत्रीय विधायक द्वारा धार को मोड़ने के कार्य का शिलान्यास किया गया लेकिन जुलाई में सब पानी में बह गया। 7.95 करोड़ कि परियोजना के बह जाने के बाद कई सवाल भी खड़े होने लगे हैं। लोगों का कहना है कि रामगंगा नदी की धारा को मोड़ने के काम में अनियमितता व अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैया रहा। जिसके चलते आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
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क्या बोलीं एसडीएम
एसडीएम सवाजपुर अरुणिमा श्रीवास्तव ने बताया कि रामगंगा नदी की धार को मोड़ने के लिए किए गए कार्य में लापरवाही की जानकारी मिली है। परियोजना में लगी सामग्री के पानी के साथ बह जाने और नदी की पुराने धार पर ही फिर से बहने लगने की सूचना मिली है। मौके पर जाकर निरीक्षण कर जिलाधिकारी को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।
अधिशासी अभियंता ने कहा- टीम भेजेंगे
अखिलेश गौतम अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग ने बताया कि रामगंगा नदी में धार को मोड़ने का कार्य बैराज यांत्रिकी खंड वाराणसी ने कराया है। जानकारी के मुताबिक नदी के घुमाव को रोकने के लिए कार्य किया गया है। अगर कहीं धार पुराने स्थान पर चली गई है तो इसके लिए मौके पर टीम भेजी जाएगी। कार्यदाई संस्था को भी अवगत करा दिया गया है।