TRENDING TAGS :
हाथरस की बेटी की मौत ने राजनीतिक दलों और पुलिस को नंगा कर दिया
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की दिल्ली में हुई दुखद मौत ने उत्तर प्रदेश की एनकाउंटर पुलिस और योगी सरकार के बेटी बचाओ नारे को बीच चौराहे पर फांसी चढ़ा दिया है।
लखनऊ: हाथरस गैंगरेप पीड़िता की दिल्ली में हुई दुखद मौत ने उत्तर प्रदेश की एनकाउंटर पुलिस और योगी सरकार के बेटी बचाओ नारे को बीच चौराहे पर फांसी चढ़ा दिया है। दुष्कर्म, अमानवीय बर्बरता की शिकार बनी गुडिया ने राजनीतिक दलों के बयानबाज वीरों की कायरता भी सभी के सामने ला दी। दलित युवाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली अकेली भीम आर्मी ही ऐसी है जिसने सड़क पर उतरकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की लेकिन भाजपा के प्रवक्ताओं ने अल्पसंख्यकों के अत्याचार का शिकार बनी युवतियों का हवाला देकर इंसाफ की उम्मीद ही खत्म कर दी।
ये भी पढ़ें:कोरोना जांच में फंसी प्रेग्नेंट महिला: डिलीवरी में हुआ ऐसा, पूरे अस्पताल में मचा हड़कंप
भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद रावण को अलीगढ़ पहुंचने से रोकने में यूपी पुलिस ने जितनी सक्रियता दिखाई वैसी सक्रियता हाथरस गैंगरेप मामला उजागर होने के बाद पुलिस जांच में नहीं दिखा। इसके विपरीत पुलिस शुरू से ही घटना को मामूली बताने में जुटी रही। अब तो भीम आर्मी खुला आरोप लगा रही है कि यूपी सरकार ने गैंगरेप पीड़िता के इलाज में भी कोताही बरती है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उन्होंने दो दिन पहले ही अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर पीड़िता को तत्काल एम्स ले जाने की मांग उठाई थी लेकिन यूपी सरकार ने एक दिन बाद उसे एम्स भेजा। अगर पहले ही इसे दिल्ली ले जाया गया होता तो संभव है कि उसकी जान बचाई जा सकती थी लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार नहीं चाहती थी कि वह जिंदा रहकर आरोपितों के खिलाफ अदालत में गवाही दे।
Chandrashekhar Azad Ravan (social media)
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया
हाथरस मामले में बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने केवल सोशल मीडिया पर बयान जारी करने तक ही अपने को सीमित रखा। उनके इस बयान पर कई लोगों ने टिप्पणी कर कहा भी है कि इतना संभलकर बयान दिया है कि कोई भी नाराज न हो। पीड़िता की मौत के बाद मायावती ने कहा कि गैंगरेप पीड़िता की मौत की खबर अति दुखद है।
सरकार पीड़िता परिवार की हर संभव सहायता करे और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे। ध्यान देने योग्य है कि हाथरस पुलिस ने पीड़िता की मौत से दो दिन पहले ही बयान दिया है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट ले जाया जा रहा है और चार आरोपितों को गिरफ़तार किया गया है।
प्रियंका ने योगी को बताया जिम्मेदार
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि दो सप्ताह तक अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती दलित बच्ची ने दम तोड दिया। हाथरस, शाहजहांपुर, उन्नाव , गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है। यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं। दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गैंगरेप पीडिता की मौत पर सवाल उठाया कि यह कैसा रामराज्य है जहां बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।
मामले में यूपी सरकार और पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल खड़े किए
उन्होंने पूरे मामले में यूपी सरकार और पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि हाथरस की बेटी का 14 सितंबर से इलाज किया जा रहा था, जब उसकी हालत मरणासन्न हो गई तो एम्स ले जाया गया। उसके इलाज में लापरवाही के जिम्मेदार कौन हैं। किसके इशारे पर उसे मरने के लिए छोड दिया गया। पुलिस ने आठ दिन बाद गैंगरेप की धारा जोडी जबकि उसकी हालत पहले दिन से ही खराब थी। उसे मार डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि यह घटना यूपी सरकार पर कलंक है।
police-up (social media)
राष्ट्रीय महिला आयोग पर भी सवाल
आजाद समाज पार्टी के कुश अंबेडकरवादी ने पूरे मामले में लापरवाही के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े अत्याचार के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग चुप बैठा रहा। महिला आयोग अब तक भाजपा की चाटुकारिता में लगा है, क्या दलित बेटियों के जान की कोई कीमत नहीं है। यह हमारी बहन की नहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की भी मौत हुई है।
ये भी पढ़ें:हाथरस गैंगरेप केस: मायावती दिलाएंगी पीड़िता को इंसाफ, सरकार से की ये बड़ी मांग
क्या बोले भाजपा नेता
उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता का मामला सामने आने पर लोगों का ध्यान दूसरी ओर खींचने की कोशिश की। बुलंदशहर में दलित बेटी नेहा की हत्या के आरोपी आसिफ की फोटो टैग करते हुए कहा कि इस दलित बेटी की बेरहमी से हत्या पर, फर्जी आर्मी, दौलत वाली बेटी, नमूना एंड पार्टी, बहना , भइया खानदान पार्टी और एजेंडाबाज पक्षकार सभी के मुंह पर ताले लग गए हैं। कोई नहीं बोल रहा है कि क्योंकि दलित बेटी का हत्यारा आसिफ है। पर योगी जी इंसाफ कर रहे हैं। हत्यारे आसिफ का माकूल इलाज हो रहा है।
अखिलेश तिवारी
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।