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कभी ना करें हग! ये नजदीकियां पहुंचा सकती हैं आपको मौत के मुहं में
अगर आप पाश्चात्य सभ्यता से प्रेरित है और अपने मित्रों से मिलने पर उनसे हाथ मिलाते है या गले मिलते (हग करते) है, तो सावधान हो जाए। फिलहाल जाड़ा आने तक इस तरह तपाक से गले मिलने या हाथ मिलाने से बचे और भारतीय संस्कृति के मुताबिक हाथ जोड़ कर नमस्कार करके उनका अभिवादन करें।
लखनऊ: अगर आप पाश्चात्य सभ्यता से प्रेरित है और अपने मित्रों से मिलने पर उनसे हाथ मिलाते है या गले मिलते (हग करते) है, तो सावधान हो जाए। फिलहाल जाड़ा आने तक इस तरह तपाक से गले मिलने या हाथ मिलाने से बचे और भारतीय संस्कृति के मुताबिक हाथ जोड़ कर नमस्कार करके उनका अभिवादन करें। अगर आप ऐसा नही करते है तो आप इस उमस और नमी वाले मौसम में स्वाइन फ्लू जैसी संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ सकते है। यह कहना है राजधानी लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नरेंद्र अग्रवाल का।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र अग्रवाल की ओर से जारी स्वास्थ्य चेतावनी की सूचना में कहा गया है कि स्वाइन फ्लू रोग, इन्फ्लुएन्जा ए वायरस से फैलने वाली बीमारी है, जो मूलरूप से सुअरों से मानव जाति में फैलती है। इस बीमारी का संक्रमण काल किसी सामान्य व्यक्ति के रोग से प्रभावित होने के एक से सात दिनों तक है। यह रोग जनसामान्य के आपसी सम्पर्क होने पर ग्रसित व्यक्ति से दूसरे सामान्य व्यक्तियों में प्रसारित होता है।
हग, किस और हाथ मिलाने से बचें
सीएमओ के अनुसार किसी से मिलने पर उनसे हाथ मिलाने, गले मिलने, चूमने से बचें। फ्लू के लक्षण पाये जाने पर घर में ही रहें तथा सार्वजनिक स्थलों जैसे ऑफिस, बाजार, स्कूल, पार्क जैसी जगहों पर न जायें, विशेषज्ञ की सलाह पर उपचार लें। इसी प्रकार खांसी या छींक आने पर रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, तथा इस्तेमाल करने के बाद ढक्कन वाले डस्टबिन में इसे फेकें। उन्होंने कहा कि परिजनों को भी चाहिये इन बातों को ध्यान में रखें।
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वैसे तो हमारे देश में आमतौर पर अभिवादन के लिए हाथ जोड़ कर नमस्कार ही किया जाता है लेकिन पाश्चात्य सभ्यता से प्रेरित युवा आजकल मिलने पर अभिवादन के लिए हाथ मिलाते है और ज्यादा गर्मजोशी दिखाने के लिए गले मिलते है और कई बार यह अभिवादन चूमने तक भी पहुंच जाता है।