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औरैया हादसे के आरोपी को बचा रहा अस्पताल प्रशासन! की ये बड़ी लापरवाही...
रविवार को जब कोतवाली पुलिस सैफई अस्पताल में डीसीएम की चालक को हिरासत में लेने के लिए पहुंची तब इस मामले की जानकारी हो सकी।
औरैया: बीती 16 मई की सुबह जनपद औरैया के नेशनल हाईवे पर मार्ग दुर्घटना में 29 लोगों की जान चली गई थी। जिसमें सदर कोतवाली पुलिस ने ट्राला व डीसीएम चालकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें पुलिस ट्राला के चालक को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि डीसीएम का चालक घायल था और उसका उपचार सैफई में चल रहा था। उसे स्वस्थ होने के बाद पुलिस प्रशासन को हिरासत में लेना था। मगर सैफई अस्पताल प्रशासन द्वारा उसे औरैया पुलिस प्रशासन को बिना बताए ही उसकी छुट्टी कर दी गई।
पुलिस प्रशासन को बिना बताये अस्पताल ने दे दी छुट्टी
रविवार को जब कोतवाली पुलिस सैफई अस्पताल में डीसीएम की चालक को हिरासत में लेने के लिए पहुंची तब इस मामले की जानकारी हो सकी। जानकारी होते ही पुलिस अमले में हड़कंप मच गया और आरोपित डीसीएम चालक की तलाश शुरू कर दी गई। बताते चले कि सैफई अस्पताल में भर्ती डीसीएम चालक प्रताप सिंह पुत्र कन्हैया लाल निवासी कैंजरी थाना कुठौंद जिला जालौन को अस्पताल प्रशासन ने औरैया जिला प्रशासन को जानकारी दिए बिना ही 2 जून को अस्पताल से छुट्टी दे दी।
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इस संबंध में एएसपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि इसकी जानकारी तब हुई जब पांच जून को सैफई अस्पताल से दो घायलों को छुट्टी देने पर उन्हें घर तक भेजने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी सैफई पहुंचे। उन्होंने बताया कि डीसीएम चालक प्रताप सिंह पर भी 16 मई को हुई ट्राला-डीसीएम की घटना में ट्राला चालक के साथ ही गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज है। ऐसे में औरैया पुलिस महकमा डीसीएम चालक को छुट्टी मिलने का इंतजार कर रहा था। लेकिन सैफई अस्पताल प्रशासन ने औरैया जिला प्रशासन को जानकारी दिए बिना ही उसके पीएसी में कार्यरत एक रिश्तेदार कर्मी के कहने पर छुट्टी दे दी।
चालक की गिरफ्तारी में लगी पुलिस
इस मामले में सीओ सिटी सुरेंद्र्र्र नाथ यादव ने बताया कि आरोपी डीसीएम चालक को उसके एक रिश्तेदार के कहने पर जो कि पीएसी में कार्यरत हैं, सैफई अस्पताल प्रशासन ने औरैया जिला प्रशासन को जानकारी दिए बिना ही छुट्टी दे दी। उसकी गिरफ्तारी को टीमें लगा दी गईं हैं। जल्द ही पकड़ में आ जाएगा। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सुनीति ने जानकारी देते हुए बताया कि सैफई अस्पताल प्रशासन को डीएम औरैया की तरफ से 16 मई की ट्राला-डीसीएम भिडंत की घटना में घायल हुए लोगों को छुट्टी देने से पहले सूचित करने को पत्र जारी किया गया था।
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जिसमें अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक तो प्रत्येक मरीज की छुट्टी होने व किसी के मृत होने पर जानकारी दी जाती रही है। लेकिन अस्पताल में भर्ती घायल डीसीएम चालक प्रताप सिंह के संबंध में जिला प्रशासन को सूचित किए बिना ही सैफई अस्पताल प्रशासन ने छुट्टी दे दी। बताया कि डीसीएम चालक पर १६ मई की घटना में मामला दर्ज है और वह वांछित था। इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन ने जानकारी देने में कोताही बरती है। इस पर सैफई अस्पताल प्रशासन को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया जाएगा।
रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी औरैया