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Prayagraj News: महंत नरेंद्र गिरी का गनर कैसे बन गया करोड़ों का मालिक, जानिए इसके पीछे की पूरी कहानी
Prayagraj News: यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल पर अजय कुमार सिंह पर आय से अधिक संपत्ति मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। अजय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के गनर रहे चुके हैं।
Prayagraj News: यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात अजय कुमार सिंह पर आय से अधिक संपत्ति मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। भ्रष्टाचार में दोषी पाए जाने के बाद अजय पर ये बड़ी कार्रवाई की गई है। बता दें कि अजय कुमार सिंह अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के गनर रहे चुके हैं। फिलहाल वह कौशांबी जिले में तैनात हैं।
बन गया महंत गिरि का खास
अजय सिंह 2005 में उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर शामिल हुए थे। साल 2012 में अजय की तैनाती प्रयागराज में हुई। यहां अजय को महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में एक गनर के तौर पर रखा गया था। इसके बाद अजय अपने अंदाज और व्यक्तित्व के कारण कुछ ही दिनों में वह महंत नरेंद्र गिरि के खास बन गया था। 20 सितंबर 2021 को नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत हो गई। इसके बाद अजय को कौशांबी में तैनात कर दिया गया। इतना समय बीत जाने के बाद तमाम पुलिस अधिकारी और सिपाहियों का तबादला हुआ, लेकिन अजय को कोई हिला नहीं सका।
अजय पर मेहरबान थे महंत गिरि
एक सिपाही के पद पर तैनात अजय काफी लग्जरी लाइफ मेंटेन करता है। गले में सोने की मोटी चेन, महंगी घड़ियां, ब्रांडेड कपड़े और जूते पहनने के कारण वह विभाग और लोगों के बीच चर्चाओं में रहता था। जानकारी के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि उस पर काफी मेहरबान थे। जिसके चलते उसे बड़े अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग मिलने लगी थी। ऐसे में उसके पास पैसे की कोई कमी नहीं थी। दीवान अजय सिंह महंत नरेंद्र गिरि की वजह से पुलिस महकमे का रॉबिनहुड बन गया था। लोगों की मानें तो, ऐसे में महज 18 साल की नौकरी में अजय करोड़पति बन गया। अजय सिंह के पास फॉर्च्यूनर समेत कई वाहन, बाइकें और दो फ्लैट होने की बात सामने आई थी।
विभाग के रॉबिनहुड की शिकायत
आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने कर्नलगंज थाने में आय से अधिक संपत्ति के मामले में हेड कांस्टेबल अजय कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने दावा किया था कि अजय ने भ्रष्टाचार से कई करोड़ रुपये कमाए थे। साल 2022 दिसंबर में इस मामले गृह विभाग ने जांच के आदेश दिए थे। जनवरी 2023 में भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुख्यालय की ओर से इंस्पेक्टर ठाकुर दास को जांच की जिम्मेदारी दी गई। मामले में की शुरुआती जांच में ही दीवान अजय सिंह दोषी बनकर सामने आए हैं।
अजय सिंह मूल रूप से बलिया के रहने वाले हैं। महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामले में फंसे आरोपी शिष्य आनंद गिरि ने बताया था कि अजय सिंह समेत अन्य सेवादारों के नाम महंत नरेंद्र गिरि ने लाखों करोड़ों की संपत्ति कर दी है।