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SDM Power And Salary: एसडीएम को हल्के में न लें, पवार और भौकाल में कोई कमी नहीं, सैलरी भी कई गुना ज्यादा

SDM Ki Salary Kitni Hoti Hai: एसडीएम, सब डिविजनल मजिस्ट्रेट किसी जिले का उप-जिलाधिकारी होता है। जो डीएम यानि जिलाधिकारी के नीचे काम करता है। डीएम के बाद जिले का सारा काम एसडीएम ही देखता है।

Archana Pandey
Published on: 8 July 2023 1:30 AM GMT (Updated on: 8 July 2023 9:34 AM GMT)
SDM Power And Salary: एसडीएम को हल्के में न लें, पवार और भौकाल में कोई कमी नहीं, सैलरी भी कई गुना ज्यादा
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SDM Power And Salary (Photo - Social Media)

SDM Power And Salary: इन दिनों देश में उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्य चर्चा का विषय बनी हुई हैं। सोशल मीडिया हो या गली नुक्कड़ हर जगह लोगों की जुबान पर PCS ज्योति मौर्य का ही नाम है। लोगों का कहना है कि ज्योति मौर्य ने SDM बनकर पैसा और रुतबा पाकर अपने पति को छोड़ दिया है। इसी क्रम में आज हम आपको SDM कौन होता और कैसे बनते हैं। उसकी सैलरी, पावर और क्या जिम्मेदारियां होती हैं, इस बारे में बता रहे हैं।

एसडीएम कौन होता है (SDM Kaun Hota Hai)

एसडीएम, सब डिविजनल मजिस्ट्रेट किसी जिले का उप-जिलाधिकारी होता है। जो डीएम यानि जिलाधिकारी के नीचे काम करता है। डीएम के बाद जिले का सारा काम एसडीएम ही देखता है। जिले में पहले नंबर पर डीएम का रुतबा, तो एसडीएम का दूसरे नंबर पर होता है। जिस तरह डीएम जिले का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट होता है। उसी तरह एसडीएम असिस्टेंट मजिस्ट्रेट होता है।

इस तरह बनते हैं एसडीएम (SDM Kaise Bante Hai)

जिस तरह यूपीएससी सिविल परीक्षा के आधार पर डीएम का चयन होता है। उसी तरह एसडीएम बनने के लिए राज्य स्तर की सिविल सेवा यानि पीसीएस परीक्षा पास करनी पड़ती है। हर राज्य का आयोग जैसे- यूपी लोक सेवा आयोग, बिहार लोक सेवा आयोग, राजस्थान लोक सेवा आयोग पीसीएस परीक्षा आयोजित करता है। इसकी भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में होती है। सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा देनी होती है। इसके बाद मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू देना होता है। इन तीनों परीक्षाओं को पास करके ही पीसीएस बना जा सकता है। किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से बैचलर डिग्री वाले उम्मीदवार पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।

ये हैं एसडीएम की जिम्मेदारियां (SDM Responsibilities)

एसडीएम को कई जिम्मेदारियां निभानी होती है। जैसे- गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन, राजस्व कार्य, चुनाव आधारित कार्य, विवाह पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण और जारी करना, शस्त्र लाइसेंस का नवीनीकरण जारी करना आदि। इसके अलावा एसडीएम लॉ एंड ऑर्डर भी बनाए रखने में अपनी बड़ी भूमिका निभाता है।

एसडीएम की सैलरी और सुविधाएं (SDM Facility)

एसडीएम का पे बैंड 9300-34800 होता है और उसको ग्रेड पे 5400 के साथ सैलरी मिलती है। वहीं, SDM की बेसिक सैलरी 56100 रुपये होती है। एसडीएम को कई प्रकार के भत्ते और सुविधाएं भी दी जाती है। जैसे- सरकारी बंगला, सुरक्षा गार्ड, माली, कुक, सायरन वाला एक सरकारी वाहन, एक टेलिफोन कनेक्शन, फ्री बिजली आदि। आधिकारिक यात्राओं के दौरान एसडीएम को सरकारी आवास भी मिलता है। इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी दी जाती है।

Archana Pandey

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