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योगी के फरमान से भागे DM सीतापुर, तत्काल दौडे गांव-गांव, खुश हुई जनता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि उत्तारिकार संबंधित कोई भी मामला लंबित न रहे। निर्विवाद उत्तराधिकारी का नाम खतौनी में दर्ज किया जाए। सीएम के आदेश पर अमल करने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद है।
सीतापुर: सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि उत्तारिकार संबंधित कोई भी मामला लंबित न रहे। निर्विवाद उत्तराधिकारी का नाम खतौनी में दर्ज किया जाए। सीएम के आदेश पर अमल करने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद है। इसके लिए डीएम विशाल भारद्वाज ने एडीएम विनय पाठक को जिम्मेदारी सौंपी है। गुरूवार को डीएम खुद भी विशाल भारद्वाज सदर तहसील के ग्राम इसौली के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित चौपाल के दौरान ग्रामीणों के समक्ष ने केवल खतौनी पढ़कर सुनाई बल्कि वारिसान का विवरण दर्ज किया गया साथ ही गरीबों को कंबल का वितरण भी किया। कंबल पाकर गरीबों के चेहरे खिल गए वहीं भूस्वामी म्रतकों के परिवारीजनों का नाम खतौनी में दर्ज होने से राहत दिखी।
डीएम ने दिए ये निर्देश
डीएम ने बताया कि शासन द्वारा निर्विवाद उत्तराधिकारियों के नाम खतौनियों में दर्ज करने हेतु 15 दिसम्बर से 15 फरवरी 2021 तक दो माह का विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश दिये गए हैं। निर्देश के क्रम में जनपद में भी विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत सर्वप्रथम 15 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक राजस्व/तहसील अधिकारियों द्वारा भ्रमण कर राजस्व ग्रामों में प्रचार प्रसार तथा खतौनियों पढ़े जाने के साथ साथ लेखपाल द्वारा वरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हें ऑनलाइन भरे जाने की कार्यवाही की जा रही है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को अवगत कराते हुये बताया कि अभियान के अगले चरण में 31 दिसम्बर से 15 जनवरी तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा परिषदादेश 29 अक्टूबर 2018 में दी गयी व्यवस्था के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
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अधिकारियों द्वारा जांच करायी जायेगी
16 जनवरी से 21 जनवरी 2021 तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा उक्त परिषदादेश में दी गयी व्यवस्था के अनुसार कार्यवाही करेंगे तथा कार्यालय राजस्व निरीक्षक द्वारा राजस्व निरीक्षक के नामान्तरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख साफ्टवेयर में अध्यावधिक किया जायेगा। 01 फरवरी से 7 फरवरी 2021 तक अभियान चलाकर प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उपजिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण-पत्र प्राप्त किया जायेगा कि उनके क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नही है। 8 फरवरी से 15 फरवरी तक अभियान के अन्त में जनपद की प्रत्येक तहसील के दस प्रतिशत राजस्व ग्रामों को रैण्डमली चिन्हित करते हुये उनमें अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच करायी जायेगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से बचा नही है।
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15 दिसंबर से शुरू अभियान
उन्होंने बताया कि जनपद की सभी 7 तहसीलों में 2373 ग्रामों का तहसील स्तर पर ग्रामवार भ्रमण कार्यक्रम तैयार कर 15 दिसम्बर से ही तहसील अधिकारियों द्वारा राजस्व ग्रामों में भ्रमण कैम्प लगाकर प्रचार-प्रसार तथा खतौनियों को पढ़कर मृतक खातेदारों को चिन्हित कर मृतक के वारिसानों से लेखपाल द्वारा वरासत हेतु आवेदन प्राप्त कर उन्हें आॅनलाइन किया जा रहा है।