×

कोरोना जंग में गोरक्षा भी जिम्मेदारी, योगी ने कहा इनके खाने की पूरी चिंता करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगभग 5 लाख निराश्रित गोवंश मौजूद हैं। अतः इनके लिए भूसा बैंक अभी से स्थापित कर लिया जाए। साथ ही, अन्य जानवरों को भी भोजन-पानी की व्यवस्था की जाए।

राम केवी
Published on: 25 April 2020 6:37 AM GMT
कोरोना जंग में गोरक्षा भी जिम्मेदारी, योगी ने कहा इनके खाने की पूरी चिंता करें
X

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहाँ एक तरफ लोगों का पूरा ख्याल रख रहे हैं वहीं उन्हें गोवंशों की भी पूरी चिंता है। उन्होंने कहा है की 5 लाख निराश्रित गोवंश हैं जिनके खाने की पूरी चिंता रखी जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 06 लाख लोग 14 दिन का क्वारंटीन कर घर जा चुके हैं और अब वे घर पर क्वारंटीन में हैं। इन लोगों के स्वस्थ होने पर इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।

हरियाणा से आने वाले मजदूर 14 दिन क्वारंटाइन रहेंगे

राज्य सरकार द्वारा हर निराश्रित परिवार को 01 हजार रुपए का भरण पोषण भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कल से हरियाणा राज्य से आने वाले मजदूरों को 14 दिन के क्वारंटीन में रखने के निर्देश देते हुए कहा कि 14 दिन बाद जब इन्हें घर भेजा जाए तो इनके साथ खाद्यान्न का पैकेट भी भेजा जाए। उन्होंने क्वारंटीन से भागने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को भी कहा है ।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों/पुलिस अधीक्षकों/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जनपदों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम से सम्बन्धित सभी गतिविधियों का स्वयं पर्यवेक्षण करने के भी निर्देश दिए। हाॅट स्पाॅट की निगरानी यथावत चलती रहेगी, इसमें कोई छूट नहीं है।

आर्थिक गतिविधियां शुरू कराएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के तहत प्रदेश में जिन आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए कहा गया है, वहां सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करते हुए कार्रवाई की जाए।

मनरेगा के तहत जल संचयन, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, हैण्डपम्प बोरिंग,

बड़ी परियोजनाएं जैसे एक्सप्रेस-वे, हाइवे निर्माण कार्य, अन्य बड़े प्रोजेक्ट जिनमें पूरी टीम एक ही जगह पर मौजूद है, वहां सोशल डिस्टेंसिंग लागू करते हुए कार्य करवाना शुरू किया जाए।

जो सेवाएं बहाल हो सकती हैं, उन्हें चालू किया जाए। ईंट, बालू, मौरंग, गिट्टी, सरिया, सीमेण्ट इत्यादि की सप्लाई की जा सकती है।

प्रदेश की सीमाएं यथावत सील रहेंगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई है। अतः इसकी सफलता के लिए हमें सारे प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी सीमाएं यथावत सील रहेंगी।

इन्हें भी पढ़ें

वैज्ञानिकों ने किया आगाह, मानसून में शुरु हो सकती है कोरोना की दूसरी लहर

यहां कोरोना पॉजिटिव महिला ने कोविड वार्ड में दिया बच्‍चे को जन्‍म

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कच्ची शराब की बिक्री हर हाल में रोकी जाए। साथ ही, गोकशी की घटनाओं को भी रोका जाए। उन्होंने गोकशी में संलिप्त लोगों के खिलाफ एनएसए लगाने के भी निर्देश दिए।

20 से अधिक कोरोना पॉजिटिव वाले जिले चिह्नित

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 20 या उससे अधिक कोरोना पाॅजिटिव केस वाले 18 जनपदों में पर्यवेक्षण के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस तथा स्वास्थ्य अधिकारी नामित किए गए हैं। यह अधिकारी नामित जनपद में एक सप्ताह कैम्प कर संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने की कार्रवाई अपनी देखरेख में सम्पन्न कराएंगे।

जिलास्तर पर पुलिस व सीएमओ टीम में प्रभावी लीडरशिप दिखे

उन्होंने इन जनपदों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, सीएम0ओ0 को इस टीम से पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए। जिला स्तर पर कोरोना से लड़ने में प्रभावी लीडरशिप दिखाई दे। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में जनता पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित करने के भी निर्देश दिए।

भूसा बैंक अभी से स्थापित कर लें

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगभग 5 लाख निराश्रित गोवंश मौजूद हैं। अतः इनके लिए भूसा बैंक अभी से स्थापित कर लिया जाए। साथ ही, अन्य जानवरों को भी भोजन-पानी की व्यवस्था की जाए। सभी जनपदों के जिला प्रशासन यह प्रयास करें कि आगामी 03 मई, 2020 तक उनके क्षेत्रों में कोरोना को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सके, ताकि परिस्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो सकें।

श्रीधर अग्निहोत्री की रिपोर्ट

राम केवी

राम केवी

Next Story