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पुश्तैनी जमीन मिलेगी अब: मऊ में CM योगी की स्वामित्व योजना शुरू, जानें फायदा

मुख्यमंत्री ने बताया गया कि स्वामित्व योजना प्रधानमंत्री द्वारा दूरदर्शिता, संवेदनशीलता और हर एक गरीब के लिए उनके मन में जो भाव है, उस भाव को मंजूरी प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना प्रारम्भ की गयी।

Chitra Singh
Published on: 12 Feb 2021 1:23 PM GMT
पुश्तैनी जमीन मिलेगी अब: मऊ में CM योगी की स्वामित्व योजना शुरू, जानें फायदा
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पुश्तैनी जमीन मिलेगी अब: मऊ में CM योगी की स्वामित्व योजना शुरू, जानें फायदा

मऊ। स्वामित्व योजना में 1001 ग्रामो के 157244 भू-स्वामियो को ग्रामीण आवासी अभिलेख (घरौनी) का ऑनलाइन वितरण एवं पूर्णतया ऑनलाइन डिजिटल खसरा प्रारूप का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वीडियों कान्फे्रसिंग के माध्यम से किया गया। जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल, मुख्य राजस्व अधिकारी हंशराज यादव द्वारा एनआईसी में मुख्यमंत्री के लाइव प्रसारण को देखा गया।

7 लाभार्थियों को मिला प्रमाण पत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपने हाथों से 7 लाभार्थियों मुना उर्फ उमांशकर, किरण देवी जनपद बाधा, शिवपाल, जितेन्द्र सिंह जालौन, पन्नालाल झासी, ज्ञानओझा फतेहपुर, एवं संध्या देवी जनपद कौशाम्बी को अपने हाथों से भू-स्वामियो को ग्रामीण आवासी अभिलेख (घरौनी) का प्रमाण पत्र दिया गया।

विभिन्न जनपदों में लाभार्थियो से संवाद

उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में लाभार्थियो से संवाद किया गया। जिसमें जनपद महोबा से शिवराम मिश्रा, वाराणसी से हरिशंकर, कौशाम्बी से मनोज त्रिपाठी, जालौने से मूलचन्द्र, से सवांद किया गया तथा बताया गया कि जहां पर आपका पूस्तैनी मकान है, वह जमीन आपके नाम पर नही थी लेकिन स्वामित्व योजना के अन्तर्गत वह जमीन आपके नाम पर हो गयी है। अब आप उस जमीन के मालिक हो गये है, भविष्य कभी लोन की आवश्यकता पड़ने पर जमीन को गिरवी रखकर लोन ले सकते है।

ownership scheme

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स्वामित्व योजना

मुख्यमंत्री ने बताया गया कि स्वामित्व योजना प्रधानमंत्री द्वारा दूरदर्शिता, संवेदनशीलता और हर एक गरीब के लिए उनके मन में जो भाव है, उस भाव को मंजूरी प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना प्रारम्भ की गयी। जब पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त थी और लोग कोरोना में अपनी जान की परवाह कर रहे थे तब केन्द्र सरकार प्रदेश सरकार गावों के गरीब किसानो के और उन गरीब आबादी की चिन्ता कर रही थी। जो पुश्त दर पुश्त अपना मकान बनाकर गावों में रहते तो थे, लेकिन उस जमीन का मालिक कभी नही बन पाते थे। इसके कारण समस्या उत्पन्न होती थी अगर किसी कारण मकान टूटा तो दबंग लोग उस जमीन पर गरीबो को फीर से मकान नही बनाने देते थे।

ग्राम पंचायते भी होगी स्वावलम्बी

इस योजना के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़ेगा। इस योजना के माध्यम से व्यक्ति के साथ-साथ ग्राम पंचायते भी स्वावलम्बी होगी और हर एक व्यक्ति इस योजना का लाभ प्राप्त कर पायेगा। मुख्यमंत्री ने बताया गया कि तकनीकी के महत्व को हम लोगो को अपने जीवन में समझना होगा और उसके महत्व को अपनाने के लिए सबको प्रेरित भी करना होगा। पहले लेखपालों द्वारा जमीनो के नाप-जोख में कभी-कभी बहुत सारी शिकायते आती थी परन्तु अब ये कार्य ड्रोन के माध्यम से हो रहा है। ड्रोन सर्व के आधार पर एक-एक इंच भूमि को नापने का काम किया जा रहा है।

75 जनपद में पहुंचायी जाएगी योजना

बता दें कि इस आधार पर हर एक घर के बारे में सही जानकारी और उसको अभिलेखों में उसी रूप में दर्ज करने का भी कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 75 जनपद में सभी राजस्व गावों में इस योजना को पहुंचाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह योजना प्रत्येक गावं के व्यक्ति को उसके पूस्तैनी घर जहां पर है। उस भूमि का मालिक बनेगा, बल्कि बहुत बड़ी मात्रा में जो गावों के जमीन संम्बन्धित विवाद है। इन सभी विवादों का समाधान होगा। गांवो में जो छोटी-छोटी जमीनो के टूकडो को लेकर अनावश्यक विवाद बनता है सभी विवादों का समाधान होता हुआ दिखाई देगा। इसके साथ ही ऑनलाइन डीजिटल खसरा का शुभारम्भ किया जा रहा है।

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ऑनलाइन नवीन डिजिटल खसरे का प्रयोग

पूर्व में आफलाइन खसरे में 21 स्तम्भ के स्थान पर अब 46 स्तम्भो को पूरी तरह ऑनलाइन नवीन डिजिटल खसरे का प्रयोग किया जायेगा। इसका सॉफ्टवेयर राजस्व परिषद ने तैयार किया है। ऑनलाइन खसरे में गाटे का विवरण, फसल व सिंचाई के साधन का विवरण, किसी भी दैवीय आपदा का विवरण, वृक्षों का विवरण, गैर कृषि भूमि का विवरण, बीज का विवरण, दो फसलीय भूमि का विवरण खसरे में अंकित किया गया है। खसरे में प्रविष्टी के समय होने वाले किसी ऋट के त्रुटि का संशोधन, गढ़ने का प्रावधान किया गया है। अगली फसल की प्रविष्टी प्रारम्भ करने के पश्चात पूर्व की फसल की प्रविष्टियों में कोई परिवर्तन नही किया जायेगा, इसकी भी इसमें व्यवस्था की गयी है।

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स्वामित्व योजना से गरीबों को मिलेगी पुश्तैनी जमीन

ऑनलाइन खसरा होने पर प्रत्येक स्तर पर इसका प्रवेक्षण किया जा सकेगा। इससे शुद्धता, पारदर्शीता एवं सरकारी योजनाओं को त्वरित रूप से आगे बढ़ाने में भी मदत मिलेगी। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत गरीब को उसकी पूस्तैनी भूमि पर जहां पर वह पुश्त दर पुश्त मकान बनाकर रह रहा था लेकिन मालिक नही बन पाता था इस स्वामित्व योजना से वह अपनी पुश्तैनी भूमि का मालिक बन सकेगा।

रिपोर्ट- आसिफ रिजवी

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