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भारत और रूस के व्यापारिक संबन्ध और प्रगाढ़ होंगेः सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मार्ग दर्शन में 11 से 13 अगस्त के बीच में भारत के एक बड़े प्रतिनिधिमंडल को सुदूर पूर्वी रूस का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। भौगोलिक दृष्टि से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है और आबादी के हिसाब से देखेंगे तो कुल 15 करोड़ की आबादी रूस में है।
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ के हाल ही में हुए रूस दौरे के बाद इस बात की संभावना काफी बढ़ गयी है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबन्ध और मजबूत होंगे क्योंकि रूस के पास जमीन है और भारत के पास मैनपावर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में बहुत सी ऐसी संभावनाएं है जो दुनिया को नेतृत्व देने के लिए दिखाई देती है अगले महीने के लिए इकनोमिक फोरम बनाया है जिसमें प्रधानमंत्री को मुख्य अतिथि बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य पीयूष गोयल हरियाणा के नेतृत्व में चार प्रदेशों के मुख्यमंत्री ने वहां के दौरे पर 145 निवेशक व विभिन्न अधिकारियों के साथ कुल 190 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल रोज पहुंचा था जो निवेश और संभावनाओं को तलाशने गया था।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मार्ग दर्शन में 11 से 13 अगस्त के बीच में भारत के एक बड़े प्रतिनिधिमंडल को सुदूर पूर्वी रूस का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। भौगोलिक दृष्टि से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है और आबादी के हिसाब से देखेंगे तो कुल 15 करोड़ की आबादी रूस में है।
रूस के पास लैंड है। हमारे पास मैन पावर है: योगी
उन्होंने कहा कि भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाला क्षेत्र है हमारे पास वेजिटेबल हॉर्टिकल्चर कृषि डायमंड प्रोसेसिंग व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में जो विशेषज्ञता है । योगी ने कहा कि वार्ता के दौरान सामने आया कि रूस के पास लैंड है। हमारे पास मैन पावर है। दोनों मिलकर एक नया प्रयोग कर सफलता हासिल कर सकते हैं और इन सब का बेहतर उपयोग किया जा सकता है। फूड प्रोसेसिंग के बाद भी काफी कुछ प्रयास किया जा सकता है और इस पर दोनों देशों की एक सहमति बनती नजर आई है।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत खेती को विकसित करने के लिए बेहतर उपयोग
उन्होंने कहा कि जिसमें कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत खेती को विकसित करने के लिए बेहतर उपयोग किया जा सकता है जो प्रतिनिधिमंडल हमारे साथ गया था। उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों कृषि रिन्यूअल एनर्जी टूरिज्म इन हेल्थ केयर हॉस्पिटल ऑयल गैस ऊर्जा के संबंध में कार्य किया जा सकता है । योगी ने कहा कि जहां पर तेल के विशाल भंडार है कोयला है नेचुरल गैस कौशल विकास और अन्य तमाम क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं का जुलाब है वहां पर भी मिल सकता है और यहां पर भी मिल सकता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिसमें हमने साथ एमओयू साइन किए हैं इसमें निवेश के साथ-साथ एक्सपोर्ट के संभावनाओं को भी हम तलाश गले गए थे जिसमें हमें सफलता हासिल हुई दोनों एक दूसरे के स्टेटस पार्टनर बन के नई सफलता हासिल कर सकते हैं और विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।
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रूस के उद्यमियों को भी उत्तर प्रदेश में कोरिडोर
उन्होंने कहा कि रूस के उद्यमियों को भी उत्तर प्रदेश में कोरिडोर के लिए कहा है। उसके लिए अलग से एक प्रतिनिधिमंडल उद्योग पतियों को आमंत्रित करने के लिए जाएगा एक सकारात्मक बातचीत वहां पर आगे बढ़ी है। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे संबंध एक-दूसरे के पास उपलब्ध बेहतर संसाधन को दोनों देशों की सफलता के लिए कारगर साबित होंगे दोनों देश एक नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे।
उन्होंने कहा कि जितनी आबादी रूस की है उतनी रूस के पश्चिमी भाग में 75 से 65 फ़ीसदी आबादी निवास करती है जिस पूर्वी क्षेत्र में हमारा प्रतिनिधि मंडल गया था वह उसके 35ः क्षेत्रफल था लेकिन अगर आबादी के हिसाब से देखें कुल 5ः हिस्सा ही रूस की पूरी आबादी का क्षेत्र में निवास करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस क्षेत्र में निवेश की संभावना भारत और रूस के संबंध है जिन्हें आज दुनिया में महान नेताओं प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पुतिन के आपसी महत्वपूर्ण संबंधों के कारण एक नई ऊंचाई प्राप्त हुई है। उस दृष्टि से भारत और रूस के संबंधों को भी हम निवेश और माध्यम के माध्यम से भारत की क्या-क्या चीज एक्सपोर्ट की जा सकती हैं। यहां के उद्यमी ऐसी कौन सी संभावनाएं देख सकते हैं क्योंकि रूस में प्रचुर मात्रा में रूस में कोयला डायमंड टेंपल समेत तमाम प्राकृतिक संप्रदाय हैं।
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भारत और उसके व्यापारिक और निवेश से संबंधित मामलों को आगे बढ़ाया जा सकता है
उन्होेंने कहा कि 5 हेक्टेयर से अधिक पूर्वी रूस के पास कृषि योग्य है लेकिन उसका उपयोग नहीं होता है उनके पास संसाधन नहीं है भारत उसके लिए उनके सहयोग के बाद करता है। यह अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल था रूस की ओर से वहां के उप उप प्रधानमंत्री वहां के गणराज्य के मंत्री और 200 से ज्यादा उद्यमियों ने भारत और उसके व्यापारिक और निवेश से संबंधित मामलों को आगे बढ़ाने के लिए आपस में बैठकर के विस्तृत रूप से चर्चा की है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मानना है कि यह व्यापक चर्चा वाला क्षेत्र है।
रूस के मन में भारत के लिए जो आदर सम्मान का भाव है न केवल भारत की विदेशी नीति इसके लिए मुख्य कारण है अभी तो भारत दुनिया में एक उभरती हुई शक्ति के रूप में दिखाई दे रहा है। वहां के प्रधानमंत्री और उद्यमियों ने भी इस बात को स्वीकारा है कि विगत 5 वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की से तेजी के साथ उभरती अर्थव्यवस्था है।