×

Muzaffarnagar News: जिले में बढ़ी इन्फ्लूएंजा मरीजों की संख्या, चिकित्सकों की सलाह- बरतें सावधानियां

Muzaffarnagar News: जिला अस्पताल में रोजाना तकरीबन 2 से ढाई हजार मरीजों के पर्चे बनते हैं जिनमें से तकरीबन 60 फीसदी मरीज इन्फ्लूएंजा वायरस के आ रहे हैं।

Amit Kaliyan
Published on: 15 March 2023 7:53 AM GMT
Muzaffarnagar News: जिले में बढ़ी इन्फ्लूएंजा मरीजों की संख्या, चिकित्सकों की सलाह- बरतें सावधानियां
X
इन्फ्लूएंजा वायरस की चपेट में मुजफ्फरनगर के लोग (फोटो: सोशल मीडिया )

Muzaffarnagar News: इन्फ्लूएंजा वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है। मुजफ्फरनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नागरिकों से पैनिक न होने की अपील की जा रही है। साथ ही सावधानी बरतने पर जोर दिया जा रहा है। मुजफ्फरनगर के जिला चिकित्सालय में इन्फ्लूएंजा मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक, यहां के जिला अस्पताल में रोजाना तकरीबन 2 से ढाई हजार मरीजों के पर्चे बनते हैं जिनमें से तकरीबन 60 फीसदी मरीज इन्फ्लूएंजा वायरस के आ रहे हैं।

जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी महावीर सिंह फौजदार ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि इन्फ्लूएंजा वायरस के कोई अलग लक्षण नहीं हैं ये तो वाइरेंट है, जो वायरस थोड़े-थोड़े दिन बाद बदलता रहता है। इसके लक्षण भी वही हैं जैसे- बुखार है, सिर दर्द है, माशपेशियों में अकड़न, जी मिचलाना, उलटी हो जाना। ये ही सब लक्षण है जो साधारण खासी, जुखाम, बुखार के होते हैं। गले में खरास, खांसी आदि।

बचाव

उन्होंने बताया कि इससे बचने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क लगाएं, आपस में दूरी रखें, बहुत ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। ये बच्चे और बुजुर्ग उनको ज्यादा प्रभावित करता है। ऐसे में ये लोग अनावश्यक तौर पर भीड़ मे न जायें, बाजार में न जायें।, बस यही इसके बचाव है। अपने घर का खाना-पीना खाये, साफ-सफाई का ध्यान रखें यही इसका बचाव है।

पैनिक होने की जरूरत नहीं

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हमेशा वार्ड उपस्थित रहते हैं, बेड आरक्षित रहते हैं। क्योंकि अब तो हर सीजन मे कोई न कोई बीमारी चलती रहती है। हर रोज करीब 2 से ढाई हजार पर्चे रोजाना बनते है, इनमें से मैं समझता हुं लगभग 60 प्रतिशत मरीज इसी चीज के आ रहे हैं। जनता से ये ही अपील है कि इसको पैनिक न बनायें। डरने की जरूरत नहीं है, बस सावधानियां रखें। अच्छा घर का बना हुआ गर्म खाना खायें। बाजार की चीजों का कम सेवन करें और अपनी साफ- सफाई का ध्यान रखे।

तीमारदार ने बताया

रूबी नाम की एक तीमारदार ने बताया कि वह छह साल के लविश को लेकर जिला अस्पताल आये थे। बताया कि इसको पहले बुखार हुआ था और फिर अचानक ही इसको शौच लग गई। इसके बाद इसको पूरी रात उलटी हुई। फिर हम इसको अस्पताल मे लेकर आये तो इन्होंने भर्ती कर लिया। सभी बच्चों को बुखार हो रहा है। सिर में दर्द भी हो रहा है।

Amit Kaliyan

Amit Kaliyan

Next Story