धोखेबाज डाक्टरः हड़पी गरीब की जमीन, सत्ता संरक्षण-कमजोर कानून बना वजह

डॉक्टरों को धरती के भगवान की उपाधि  दी जाती है, लेकिन कभी कभी कुछ डॉक्टर अपने कार्यों से यमराज बन जाते हैं।  कुछ खबरों के अनुसार चिकित्सक समाज में गरीबों की सम्पत्तियों को औने पौने दामों में हड़पने का गंदा खेल खेलते नजर आते हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 30 Aug 2020 2:54 PM GMT
धोखेबाज डाक्टरः हड़पी गरीब की जमीन, सत्ता संरक्षण-कमजोर कानून बना वजह
X
थाना कोतवाली के अधीन चौकी सरायपोख्ता क्षेत्र के ओलंदगंज नईगंज मार्ग पर स्थित त्रिशूल फ्रैक्चर क्लीनिक के डाक्टर विनय कुमार तिवारी की

जौनपुर : डॉक्टरों को धरती के भगवान की उपाधि दी जाती है, लेकिन कभी कभी कुछ डॉक्टर अपने कार्यों से यमराज बन जाते हैं। कुछ खबरों के अनुसार चिकित्सक समाज में गरीबों की सम्पत्तियों को औने पौने दामों में हड़पने का गंदा खेल खेलते नजर आते हैं। ऐसे चिकित्सक को सत्ताधारी दल के राजनेताओं का पूरा सहयोग मिलना इस बात का संकेत है कि न्याय नाम की चीज कहीं नहीं है। हर स्तर पर धनोपार्जन का खेल चल रहा है।

अभी बात कर रहे हैं थाना कोतवाली के अधीन चौकी सरायपोख्ता क्षेत्र के ओलंदगंज नईगंज मार्ग पर स्थित त्रिशूल फ्रैक्चर क्लीनिक के डाक्टर विनय कुमार तिवारी की। जो उपचार के नाम पर जनता का खून चूस रहे है। इतना ही नहीं गरीबों को लूट रहे हैं ।

यह पढ़ें...वैष्णो देवी का प्रसाद: अब मिलेगा घर बैठे, श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी

इस डॉक्टर के काम की पोल तब खुली जब वे एक मन्द बुद्धि व्यक्ति शिव पूजन यादव पुत्र स्व रामनाथ यादव की जमीन औने पौने दाम में हथिया लिया और उसे पैसा तक नहीं मिला था। जब शिव पूजन की पत्नी सुनीता यादव अपने जमीन के पैसे डॉ विनय कुमार तिवारी से मांगी। और अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क कर आत्मदाह करने की कोशिश किया। इसकी खबर लगते ही मौके पर पुलिस पहुंच गयी और महिला को जलने से रोकते हुए डाक्टर को हिरासत में ले लिया।

बता दें कि डॉक्टर तिवारी ने शिव पूजन की जमीन 70 लाख रुपये में बहाने से लिया और रजिस्ट्री करा लिया है। और एक भी पैसा नहीं दिया। बाद में राजनीति दबाव पड़ा तो कहांनी बदल गयी डाक्टर पुलिस की गिरफ्त से छूट गए। और डाक्टर के खास निलेश तिवारी अन्दर हो गये।

यह पढ़ें...महाराज का सख्त आदेश, दिसंबर तक कर लें जार्ज एवरेस्ट हाउस का निर्माण

बता दें कि खबर है कि डॉक्टर ने रामनाथ यादव का पैसा निलेश के जरिए चेक से उसके खाते में जमा करने के लिए दिया था निलेश ने उस जमा न करके अपने खाते में जमा कर लिया है।

बैंक नियमावली के अनुसार चेक उसी के खाते में जमा हो सकता है जिसके नाम से होगा। इसका मतलब विनय कुमार तिवारी ने चेक रामनाथ यादव के नाम से बनाया ही नहीं था। फिलहाल डॉक्टर बाहर है और उनके खास निलेश तिवारी पुलिस की गिरफ्त में। अब मामले में जांच चल रही है और जब तक सच सामने नहीं आ जाता कुछ कहा नहीं जा सकता है।

कपिल देव मौर्य जौनपुर

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story