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सड़क है या गड्ढा नहीं चलेगा पता, जाम से शहरवासी परेशान

बरसात के चलते सड़कें टूट कर जर्जर होने के साथ ही संकरी हो गयी हैं और यातायात साधनों की संख्या में वृद्धि होने के कारण सड़क पर जाम की समस्या होना लाजिमी है।

Newstrack
Published on: 2 July 2020 8:12 PM IST
सड़क है या गड्ढा नहीं चलेगा पता, जाम से शहरवासी परेशान
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जौनपुर: जनपद में शहर के जाम की समस्या दिन प्रतिदिन गम्भीर होती जा रही है। लेकिन शासन प्रशासन इस समस्या से निजात दिलाने का कोई प्रयास नहीं कर रहा है। लगभग प्रति दिन शहर का मुख्य मार्ग लगभग दस किमी तक जाम से कराहता नजर आता है। प्रशासन इस समस्या को दूर क्यों नहीं कर रहा है यह तो प्रशासन जाने लेकिन दस किमी की यात्रा में रोज चार से पांच घंटे का समय वाहनों को लगना तय माना जाता है।

यहां बता दें कि बरसात के चलते सड़कें टूट कर जर्जर होने के साथ ही संकरी हो गयी हैं और यातायात साधनों की संख्या में वृद्धि होने के कारण सड़क पर जाम की समस्या होना लाजिमी है। शहर का मुख्य बाई पास मार्ग जो गोरखपुर से मिर्जापुर और प्रयागराज से जुड़ा हुआ है। प्रतिदिन लगभग दो से ढाई हजार ट्रके इस मार्ग से गोरखपुर से मिर्जापुर और प्रयागराज तक आती जाती है।

जरजर हाल सड़क से कब मिलेगी निज़ात

जनपद के अन्दर इस मार्ग की स्थिति नईगंज से लगायत केराकत मोड़ तक लगभग 15 किलोमीटर तक सड़क पूरी तरह से जर्जर होने के साथ ही टूट कर संकरी एवं गड्ढा युक्त हो गयी है। जिसके कारण यह सड़क टू लेन की जगह सिंगल लेन शेष बची हुई है और वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण जाम की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शासन ने इस सड़क को फोर लेन बनाने का प्रस्ताव किया था। लेकिन कार्य इतना धीमी गति से चल रहा है कि इसे फोर लेन बनाने में अभी वर्षों लगने की संभावना है। इस मार्ग की मरम्मत के प्रति भी लोक निर्माण विभाग गम्भीर नहीं है। अधिकारी कहते हैं कि सड़क फोर लेन के लिये पास है। उसकी मरम्मत का पैसा सरकार नहीं दे रही है। सरकार पैसा दे तभी मरम्मत संभव हो सकेगा।

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सड़क पर गड्ढों की स्थिति यह है कि हर पांच-दस फिट के अन्तराल पर एक बड़ा गड्ढा दुर्घटना को दावत देता नजर आयेगा ।इसके अलावा जल निकासी की व्यवस्था ठीक न होने के कारण बरसात होने पर सड़क के किनारे पानी जाम हो जाता है। और पानी तारकोल का जबरदस्त शत्रु है। इसलिए सड़क टूट कर संकरी हो गयी है। दो चक्के वाहन चालकों की दशा तो ऐसी कि उसका कोई पुरसाहाल नहीं जाम के बीच फंस कर त्राहिमाम कर जाते हैं। सड़क के किनारे कचरो में अधिकांश गिर ही जाते है या फिर बड़े वाहन उन्हें गंदे जल से भिगो देते हैं। ऐसा नहीं कि इस मार्ग पर घन्टे दो घन्टे का जाम लगता हो बल्कि पूरे दिन यह मार्ग जाम की चपेट में रहता है।

डेली करना पड़ता लंबे जाम का सामना

इस मार्ग को जाम रहने के कारण सिपाह के पास शहर के अन्दर जाने वाला मार्ग सिपाह शाही किला मार्ग जाम रहता है। तो जेसीज चौराहा से ओलंदगंज को जाने वाला मार्ग भी जामा से घिसटने को मजबूर रहता है। पालिटेकनिक चौराहा से जौनपुर जंक्शन जाने वाला मार्ग भी इसी कारण जाम के झाम से जूझता है। इतना ही नहीं नईगंज की तरफ से निकलना भी कठिन हो जाता है। इस एक मार्ग के प्रति शासन प्रशासन की अनदेखी से लगभग पूरा शहर जाम से प्रतिदिन त्राहिमाम करता है।

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अधिकारी भी जाम के शिकार होते हैं लेकिन इस समस्या से निजात दिलाने की दिशा में कोई प्रयास आज तक नहीं किया जा सका है। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए गोरखपुर से प्रयागराज जाने वाले इस मार्ग को जनपद के अन्दर नईगंज रेलवे क्रासिंग से केराकत मोड़ तक फोर लेन और बीच में डिवाइडर तथा चौड़ी पटरियों को बनाने से ही जाम से मुक्ति मिल सकेंगी।

रिपोर्ट- कपिल देव मौर्य

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