थाने में हाहाकार: स्क्वाएड समेत कई सिपाही कोरोना पॉजिटिव, अलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग

जीआरपी थाने में 114 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें नौ लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसको लेकर सिपाहियों में हड़कंप मचा हुआ है।

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Published on: 27 July 2020 9:10 AM GMT
थाने में हाहाकार: स्क्वाएड समेत कई सिपाही कोरोना पॉजिटिव, अलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग
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झाँसी: जीआरपी थाना पर पुलिस कर्मचारियों की कोरोना की जांच कराई गई तो ज्यादा केसेज मिले। मैस मैसेंजर के अलावा रविवार को एसपी रेलवे के पेशकार, दारोगा समेत नौ लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इनको आइसोलेट किया गया। शुरुआती जांच में पॉजिटिव पाए गए लोगों को राहत मिल गई है। लेकिन नए मरीज सामने आने से लोग अपने साथ-साथ फैमिली का ध्यान रख रहे हैं। बच्चे यहां से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं।

लेकिन उन पर कोरोना का कोई असर न पड़े और काम भी प्रभावित न हो इसको देखते हुए 12 दिन से क्वार्टर पर नहीं गए। यह कदम अन्य थानों के इंस्पेक्टर ही नहीं उठा रहे। बल्कि हर वह पुलिस कर्मचारी इस बात पर पूरा ध्यान दे रहा है पब्लिक के लिए दिन-रात काम कर रहा है। वहीं, जीआरपी थाने में 114 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें नौ लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसको लेकर सिपाहियों में हड़कंप मचा हुआ है।

कमरे में हो जा रहे आइसोलेट, निपटा रहे कामकाज

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शहर में कोरोना संक्रमण का अटैक वारियर्स पर होने लगा है। लॉकडाउन लागू होने के बाद पब्लिक की सुरक्षा में जुटे पुलिस कर्मचारियों को कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। ड्यूटी में आराम का अभाव पुलिस कर्मचारियों को इसके संक्रमण का शिकार बना रहा है। वर्दी वालों के कोरोना संक्रमित होने के बाद से तमाम पुलिस कर्मचारियों ने घर जाना छोड़ दिया है। थाना कैंपस या फिर किसी अन्य जगह पर अकेले कमरे में रहकर कामकाज निपटा रहे हैं। जिले में बबीना, सीपरी बाजार और जीआरपी थाना पर कोरोना संक्रमण का असर सबसे ज्यादा पड़ा है। बबीना थाना के इंस्पेक्टर भी शामिल है। हालात यह है कि करीब 12 दिनों से इंस्पेक्टर पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित अपने आवास पर नहीं गए हैं।

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उनका कहना है कि पब्लिक के साथ-साथ फैमिली की सुरक्षा का ध्यान भी रखना है। पुलिस लाइन और थानों में कोरोना संक्रमण की चपेट में कोई न कोई पुलिस कर्मचारी आया है। ड्यूटी को देखते हुए पुलिस कर्मचारियों ने सुरक्षा पर पूरा ध्यान शुरु कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान कई पुलिस कर्मचारियों के पत्नी और बच्चे साथ में थे। लेकिन तब पुलिस कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण नहीं था। सिर्फ बचाव के उपाय अपनाकर पुलिस कर्मचारी ड्यूटी निभाते रहे। अब संक्रमण बढ़ने पर पुलिस कर्मचारियों के सामने अपने साथ-साथ बच्चों को सेफ रखने की चुनौती है। इसलिए इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाहियों ने अपने फैमिली सदस्यों को गांव भेज दिया है।

ये उपाय अपना रहे पुलिस कर्मचारी

जिले में कई ऐसे इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर हैं जो विभिन्न थानों पर तैनात हैं। उनके फैमिली मेंबर्स शहर में कहीं न कहीं किराए के मकान में रहते हैं। थानों का कामकाज निपटाने में लगे पुलिस कर्मचारी वायरस से बचने के चक्कर में जिले के भीतर निवास कर रहे परिजनों से नहीं मिल पा रहे हैं। सबको लग रहा है कि ड्यूटी के दौरान कभी भी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। इसलिए सभी पुलिस कर्मचारी बचाव के उपाय अपनाने में लगे हैं। ड्यूटी के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों का उपयोग कर रहे हैं। थानों पुलिस कर्मचारियों के बीच काढ़ा का वितरण कराया जा रहा है।

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ऑफिस में चा की जगह काढ़ा और गुनगुने पानी की व्यवस्था मॉस्क, सेनेटाइजर का इस्तेमाल पुलिस कर्मचारी कर रहे हैं। ड्यूटी के बाद कमरे पर पहुंचकर रोजाना नहाना, कपड़े साफ करने की व्यवस्था। पुलिस के रुटीन के सभी कार्य अपराधियों की धरपकड़, जनता की समस्याओं का निस्तारण यातायात व्यवस्था का संचालन, कानून व्यवस्था का पालन कराना हॉट-स्पॉट वाले एरिया में प्रापर ड्यूटी, लॉकडाउन को लेकर कार्रवाई व्हीकल चेकिंग के साथ- मास्क न पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई मुकदमों के निस्तारण और लंबित विवेचनाओं की फाइलों को पूरा करने का काम।

रिपोर्ट- बी के कुशवाहा

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