TRENDING TAGS :
Jhansi News: प्रेमिका ने दिया धोखा, प्रेमी ने फाँसी लगाकर दे दी जान
Jhansi News: पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम ढिमरौनी में राम स्वरुप परिहार परिवार समेत रहता है। उसका बड़ा बेटा संतोष परिहार डेढ़ साल से दिल्ली में मेडिकल लाइन में काम करता था। वहां उसकी मुलाकात एक लड़की से हो गई।
Jhansi News: प्रेमिका ने धोखा देकर किसी और से शादी कर ली। इसी बात से दुखी प्रेमी ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम ढिमरौनी में राम स्वरुप परिहार परिवार समेत रहता है। उसका बड़ा बेटा संतोष परिहार डेढ़ साल से दिल्ली में मेडिकल लाइन में काम करता था। वहां उसकी मुलाकात एक लड़की से हो गई। दोनों के बीच नजदीकी बढ़ गई और प्रेम संबंध हो गए। पिता के मुताबिक कुछ समय पहले संतोष से कहा कि बेटा अब तेरी शादी कर दूंगा। तब उसने उसे एक लड़की का फोटो दिखाया और बोला कि मैं इसी से शादी करुंगा। हम लोग उस लड़की से शादी करने को राजी हो गए थे। तब संतोष बोला कि अभी नहीं, एक- दो साल बाद शादी करुंगा। छोटे भाई की शादी कर दो। लेकिन उस लड़की ने अब धोखा देकर किसी और से शादी कर ली। इसको लेकर बेटा तनाव में था।
पिता के मुताबिक दो दिन पहले संतोष दिल्ली से घर आ गया और तभी से शराब का सेवन करने लगा था। बीती शाम पूरे दिन वह अपने दोस्तों के साथ था। देर रात वह दो बजे घर आया। उसने दरवाजा खोला तो संतोष शराब पिए था। वह ढाबा से खाना लेकर आया था। उसने खाना औरब बोला कि पापा बहुत गर्मी है, आप बाहर लेट जाओ। मैं बाहर आकर लेट गया और बेटा कमरे में सोया था। सुबह उठा तो बेटे ने गेट नहीं खोला। खिड़की से देखा तो संतोष फंदे पर लटका था। मरने से पहले संतोष ने अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया। कमरे से टूटा हुआ फोन बरामद हुआ। इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
युवक ने कलेक्ट्रेट में की आत्मदाह की कोशिश
कब्जे की शिकायतों का निस्तारण न होने पर एक युवक ने कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे रोक लिया। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नैनागढ़ निवासी सुनील शुक्रवार को दोपहर में कलेक्ट्रेट पहुंचा। यहां उसने खुद पर तारपीन का तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। लेकिन इससे पहले वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे ऐसा करने से रोक लिया। सुनील ने बताया है कि कुछ दबंग लोग उसकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैँ। वह पिछले आठ माह से उनके खिलाफ लगातार शिकायतें करता रहा है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इससे आगे जाकर आज वह अपनी जान देने जा रहा था। कलेक्ट्रेट में अधिकारियों ने उसे समझा-बुझाकर शांत किया और कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद वह वहां से चला गया।