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Jhansi News: NCRES की दो दिवसीय मंडलीय परिषद सभा, श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश
Jhansi News: मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह ने कहा कि संघ ने मेन लाईन के इंजीनियरिंग गेटमैनों की ड्यूटी जो कि बारह घंटे होती थी, उसको आठ घंटे करा दिया है और ब्रांच लाईन में भी आठ घंटे की ड्यूटी कराने के लिए प्रयासरत हैं। सिथौली कारखाना एवं डीजल शेड में महिला कर्मचारियों के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था करा दी गई है और अन्य जगहों के लिए भी संघर्षरत हैं।
Jhansi News: नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लॉईज संघ झाँसी की 20वीं मंडलीय परिषद सभा का आयोजन रेलवे वर्कशॉप के ऑडोटोरियम में किया गया। यह सभा 15 एवं 16 मई तक चलेगी। सभा के प्रथम दिन सभा का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ सरस्वती माँ को पुष्प अर्पित किया। 21 मई से लेकर 26 मई 2023 तक क्रमिक रूप से जुलूस एवं द्वार सभा तथा प्रदर्शन किए जाएंगे। लोगों को मीडिया में फैलाई जा रही विभिन्न प्रकार की भ्रामक बातों में न आकर राजनीतिक विचारधारा को त्यागकर ईमानदारी से पुरानी पेंशन के लिए संघर्ष करने के लिए नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लॉईज संघ के साथ आवाज बुलंद करने पर चर्चा हुई।
समस्याओं का निदान करने के लिए जारी कराए जा रहे हैं नये आदेश: रामकुमार सिंह
मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह ने कहा कि संघ ने मेन लाईन के इंजीनियरिंग गेटमैनों की ड्यूटी जो कि बारह घंटे होती थी, उसको आठ घंटे करा दिया है और ब्रांच लाईन में भी आठ घंटे की ड्यूटी कराने के लिए प्रयासरत हैं। सिथौली कारखाना एवं डीजल शेड में महिला कर्मचारियों के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था करा दी गई है और अन्य जगहों के लिए भी संघर्षरत हैं। उन्होंने कहा कि मंडल रेल चिकित्सालय झांसी में सभी वार्डों में लगने के लिए चालीस एयर कंडीशनर लगवाने का कार्य कराया है, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में शनिवार को ड्यूटी के गलत आदेश निरस्त कराए गए , मंडल के लगभग पांच सौ कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम में शामिल कराया गया। इंजीनियर विभाग के साथ साथ विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के स्थानांतरण में एच आर एम एस के कारण आ रही समस्याओं का निदान करने के लिए नये आदेश जारी कराए गए हैं।
रनिंग कर्मियों की ड्यूटी करने की सीमा छह घंटे होना चाहिएः भानु प्रताप सिंह
मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल ने कहा कि रनिंग कर्मचारियों के काम के घंटे आज भी पाषाण काल की नियमावली के अनुसार हैं जो पूर्णतः अमानवीय एवं अव्यवहारिक हैं। इन्हें तत्काल बदलकर ड्यूटी की अधिकतम सीमा छह घंटे करने की आवश्यकता है क्योंकि लगातार छह घंटे बिना किसी निर्धारित ड्यूटी ब्रेक के गाड़ी संचालन करना किसी भी दृष्टिकोण से संभव नहीं है। इससे लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर के साथ साथ यात्रियों की जान के लिए भी खतरा है। इतनी अमानवीय ड्यूटी के बाद लोको रनिंग संवर्ग में आरोप पत्रों का तनाव भी मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत दुष्प्रभाव छोडता है, जिसकी परिणिति कर्मचारियों का बड़ी संख्या में चिकित्सकीय आधार पर विकोटीकृत होना है। 01 जनवरी 2004 के बाद रेल सेवा में आए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम में शामिल करने के लिए एनएफआईआर एवं एनसीआरईएस द्वारा पुरजोर तरीके से की जा रही है और इस लड़ाई को तब तक जारी रखा जाएगा, जब तक इसका लाभ सभी कर्मचारियों को न मिल जाए।
सभा में यह लोग रहे उपस्थित
सभा में मुख्य वक्ताओं में इंद्र विजय सिंह, बी के सिंह, अनिल कुमार शर्मा, विक्रम सिंह, मनोज बघेल, उमर खान, सुनील राय, एस के सिंह, अश्विनी गोस्वामी, कामता प्रसाद साहू, संजीव नायक,दीपक राजपूत, तेज प्रताप सिंह ,कालूराम कुशवाहा,सुभाष चंद्र बोस, लोकेश श्रीवास्तव, के के त्रिपाठी, प्रेमचंद्र मीणा,ज्ञानेंद्र सिंह, एस के सक्सेना, अरुण गुप्ता, मोहम्द उमर खान, जैन्सी मैथ्यू, आरती तमोरी, दीपिका तिवारी , क्रांति देवी ,प्रियंका श्रीवास्तव, अनुषा,अर्चना शर्मा,रश्मि पांडेय, अनु श्रीवास्तव,भावना यादव, रक्षा शर्मा, गुंजन साहू, आर सी वर्मा,कुलदीप राजपूत,घनश्याम दास,एन के जैन, रविन्द्र मोहन श्रीवास्तव इत्यादि ने श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं के लिए अपने विचार रखे। अंत में आभार विवेक चढ्ढा ने व्यक्त किया |