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UPPCS Result: मिर्जापुर के जितेंद्र कुमार कोल ने पिता को खोने के बाद भी नहीं मानी हार और अब बन गए डीएसपी
UPPCS Result: आदिवासी इलाके का पहला डीएसपी बना मजदूर का बेटा, पीसीएस परीक्षा में 87वां रैंक प्राप्त कर लहराया परचम।
Mirzapur News: मिर्जापुर। जिले के आदिवासी बाहुल्य पिछड़े इलाके के एक मजदूर के बेटे ने वह कर दिखाया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। इस मजदूर के बेटे ने यूपी पीसीएस 2022 की परीक्षा में सफलता हासिल की है। मिर्जापुर आदिवासी बाहुल्य पिछड़े इलाके के रहने वाले मजदूर के बेटे का डीएसपी के पद पर चयन होने से क्षेत्र में खुशी हैं। इस बेटे ने पीसीएस परीक्षा में 87वां रैंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया है।
पिता थे साधारण मजदूर
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी यूपी पीसीएस 2022 का रिजल्ट शुक्रवार शाम को घोषित हो गया। इस परीक्षा में मिर्जापुर के आदिवासी बाहुल्य पिछड़े क्षेत्र के रहने वाले जितेंद्र कुमार कोल ने यूपी पीसीएस में 87वां रैंक हासिल कर जनपद में इतिहास रच दिया है। लालगंज विकास खंड के जयकर कला गांव के रहने वाले जितेंद्र कुमार कोल इसके पहले लोअर पीसीएस में चयनित होकर समीक्षा अधिकारी बने थे। वर्ष 2022 यूपीपीसीएस परीक्षा परिणाम में 87वां रैंक पाकर डीएसपी के पद पर चयनित हुए हैं। जितेंद्र कुमार छोटे से गांव जयकर कला के रहने वाले हैं, इनके पिता साधारण मजदूर थे।
पिता की मौत के बाद भी जितेंद्र नहीं टूटे, बड़े भाई धर्मेंद्र कोल के सहयोग से अपना पढ़ाई जारी रखा। जितेंद्र की पढ़ाई एक से लेकर जूनियर हाईस्कूल तक की गांव के ही प्राथमिक विद्यालय जयकर कला से हुई। इसके बाद कक्षा 9 से इंटरमीडिएट तक क्षेत्र के देवराहा बाबा इंटर कॉलेज दुबार कला से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। फिर गांव से निकलकर जितेन्द्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक किया। स्नातक के बाद इतिहास से पीएचडी की डिग्री लिया। इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में लग गए। जितेंद्र का 2013 में पहले ही प्रयास में लोअर पीसीएस में समीक्षा अधिकारी के पद पर चयन हुआ।
पीसीएस में 87वां रैंक प्राप्त कर डीएसपी पद पर चयनित हुए जितेंद्र कुमार कोल
लेकिन वे यहीं नहीं रूके उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी जिसका नतीजा यह रहा की आज पीसीएस में 87वां रैंक प्राप्त कर डीएसपी पद पर चयनित होकर क्षेत्र व समाज में इतिहास रच दिया है। मिर्जापुर जनपद का विकासखंड लालगंज आदिवासी इलाका है। इसके साथ ही सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता है। बताया जा रहा है आदिवासियों में पहला जितेंद्र कुमार कोल हैं, जिन्होंने पीसीएस परीक्षा पास किया और डीएसपी बने। सफलता मिलने पर जितेंद्र के बड़े भाई धर्मेंद्र कोल से लोग मिलकर गांव में बधाई देने पहुंच रहे हैं। बधाई देने वालो में ग्राम प्रधान शारदा सिंह, पूर्व प्रमुख जय कुमार सिंह व नीरज सिंह, सोनू सिंह, रमेश कुमार यादव, अरविंद यादव, कीर्ति कोल आदि शामिल रहे।