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कानपुर: संविधान दिवस पर छात्राओं ने अंगदान करने के लिए निकाली जागरूकता रैली

26 नवंबर मंगलवार को पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है। स्कूली छात्राओं ने संविधान दिवस को अनोखे अंदाज में मनाया। बड़ी संख्या में छात्राओं ने रैली निकाल कर लोगों को अंगदान करने के लिए जागरूक किया।

Roshni Khan
Published on: 26 Nov 2019 10:27 AM GMT
कानपुर: संविधान दिवस पर छात्राओं ने अंगदान करने के लिए निकाली जागरूकता रैली
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कानपुर: 26 नवंबर मंगलवार को पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है। स्कूली छात्राओं ने संविधान दिवस को अनोखे अंदाज में मनाया। बड़ी संख्या में छात्राओं ने रैली निकाल कर लोगों को अंगदान करने के लिए जागरूक किया। अंगदान करने से कई लोगो को नई जिंदगी मिल सकती है। संस्था की मांग है कि अंगदान को संविधान से जोड़ा जाए।

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युग दधिचि देहदान संस्था ने संविधान दिवस के मौके पर जागरूकता रैली निकाली। कानपुर में तीन हजार लोगों ने अंगदान के लिए शपथपत्र संस्था के पदाधिकारियों को सौंपा है। दर्जनों स्कूल के सैकड़ो बच्चो ने अंगदान के लिए शहर की जनता को जागरूक किया।

आयोजक मनोज सेंगर ने कहा ये

आयोजक मनोज सेंगर के मुताबिक हमने संविधान दिवस पर संकल्प किया है कि लोगो को अंगदान के लिए जागरूक करेंगे। बेटियों के माध्यम से अंगदार की अलख जगाने का प्रयास किया है। समाज को यह बताना चाहते है कि एक व्यक्ति के माध्यम से 7 लोगों का जीवन रोशन हो सकता है। यदि भारत की बात की जाए तो अंगदान उत्तर प्रदेश और बिहार में सबसे कम लोग करते है।

संविधान दिवस पर बेटियां लोगो को संदेश दे रही है कि अंगदान महादान है। अंगदान से कई लोगो का जीवन बचाया जा सकता है। जबकि हमारा शरीर मरने के बाद अग्निदाह हो जाएगा या समाधी दे देगें। यदि मरने से पहले शरीर को दान करते है तो इससे बड़ा समाजसेवा का काम नहीं हो सकता है।

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शहर में तीन हजार लोगो ने शपथपत्र देकर अंगदान करने को स्विकारा है। हमारा उद्देश्य है कि हम एक वर्ष के भीतर 10 हजार लोगों को अंगदान के लिए संकल्पित कर सके। संविधान में अंगदान को लेकर एक ऐसा एक्ट होना चाहिए कि व्यक्ति बिना संकोच के अंगदार कर सके। इसमें पूरी पार्दशिता रखने के लिए यह बनाया जाना आवश्यक है कि किस व्यक्ति के अंग किसको लगे है। अन्यथा व्यक्ति संदेह के घेरे में आएगा जो भी अंगदान कराएगा वो जानने का अधिकार होना चाहिए मेरे द्धारा दिया गया अंगदान किस किसे दिया गया है।

Roshni Khan

Roshni Khan

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