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वर्दी वाला मुखबिर: पता चल गया नाम, ये है 8 पुलिसकर्मियों की मौतों का जिम्मेदार

Shivani
Published on: 6 July 2020 6:21 AM GMT
वर्दी वाला मुखबिर: पता चल गया नाम, ये है 8 पुलिसकर्मियों की मौतों का जिम्मेदार
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कानपुर: हिस्ट्री शीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी करने पहुंची पुलिस टीम पर अपराधियों ने हमला कर दिया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस प्रकरण के बाद आशंका जताई जाने लगी कि अपराधियों को पुलिस रेड की जानकारी पहले से थी। जांच शुरू हुई तो कई पुलिसकर्मी विकास दुबे के सम्पर्क में पाए गए। लेकिन अब उस शख्स का पता चल गया है जिसके कारण ये पूरा काण्ड हुआ। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या हो गयी और बदमाश यूपी पुलिस को ठेंगा दिखाते हुए फरार हो गए।

पुलिस रेड की मुखबिरी करने वाला चिन्हित

उत्तर प्रदेश के कानपुर एनकाउंटर मामले में आज एडीजी जयनारायन सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गाँव में दबिश की सूचना विकास दुबे को दी गयी और ये सूचना देने वाले का पता भी चल गया है। शिवली कोतवाली पहुंचे एडीजी जयनारायन सिंह ने बताया कि पुलिस का भेदी चिन्हित कर लिया गया है, हालाँकि उसके नाम का खुलासा अभी नहीं किया जा सकता है।

दारोगा समेत 3 सिपाही सस्पेंड

एडीजी ने वर्दी वाले उस मुखबिर की पहचान तो उजागर नहीं की लेकिन आश्वासन दिया कि उस आरोपी पर जल्द कठोर कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि मामले में चौबेपुर थाने के कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध हैं। बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस आलाधिकारी के आदेश पर एक दारोगा और तीन सिपाहियों को सस्पेंड किया जा चुका है।

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कानपुर एनकाउंटर में अब तक हुए बड़े खुलासे:

यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर जांच शुरू की तो एक के बाद एक ऐसे चौकाने वाले खुलासे हुए जिससे पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। पूरा का पूरा एनकाउंटर डिपार्टमेंट के कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगत के कारण इतना बड़ा गोलीकांड हो गया। पता चला कि पुलिस दबिश की जानकारी अपराधियों को पहले से ही थी। उसके बाद जांच में परत से परत हटती चली गयी।

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विकास की कॉल डिटेल में 24 पुलिसकर्मियों के नाम

जब पुलिस ने विकास की कॉल डिटेल खंगाली तो होश उड़ गए। उसकी कॉल डिटेल में कुल 24 पुलिसवालों के नाम सामने आए हैं। सूत्रों के मुताबिक़, इनमें चौबेपुर थाने के एक दारोगा समेत दो सिपाहियों के नाम सामने आये, जिनके साथ विकास लगातार सम्पर्क में था। पुलिस को शक हैं कि इन पुलिसकर्मियों ने ही विकास को रेड की जानकारी दी थी।

दबिश से पहले थाने के फोन से कटवाई गयी गाँव की बिजली

वहीं मामले में अब पता चला है कि मुठभेड़ की रात थाने के एक सिपाही ने ही पावर हाउस में फोन करके बिकरू गांव एवं उसके आसपास के इलाके की बिजली काटने के लिए कहा था। बिकरू गांव में करीब एक घंटे तक गोलियां तड़तड़ाने के दौरान पूरे गांव में बिजली नहीं आ रही थी और अंधेरा छाया हुआ था।

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इन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध

दरअसल इस पूरे मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस दबिश की मुखबिरी करने के शक में चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच एसटीएफ ने शुरू कर दी है और संदिग्ध भूमिका वाले पुलिसकर्मियों से पूछताछ की जा रही है।

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