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Kanpur News: तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से सिपाही की मौत, चर्चे में था सिपाही
Kanpur News: रामादेवी चौराहा के पास तेज रफ्तार ट्रक ने कांस्टेबल जयवीर सिंह को कुचल दिया। सिर पर पहिया चढ़ने से कांस्टेबल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौजूदा समय में कांस्टेबल नौबस्ता थाने में तैनात था।
Kanpur News: रामादेवी चौराहा के पास तेज रफ्तार ट्रक ने कांस्टेबल जयवीर सिंह को कुचल दिया। सिर पर पहिया चढ़ने से कांस्टेबल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौजूदा समय में कांस्टेबल नौबस्ता थाने में तैनात था। इसी कांस्टेबल ने कुछ महीने पहले डीसीपी समेत 11 लोगों के नाम सुसाइड नोट भी लिखा था।मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इटावा निवासी था सिपाही
मूल रूप से इटावा के लखना गांव निवासी जयवीर सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में कॉन्स्टेबल थे। वह वर्तमान में नौबस्ता थाने में तैनात थे और चकेरी थाने के क्वार्टर में निवास कर रहे थे। परिवार में पत्नी व दो बच्चे हैं। सोमवार सुबह वह रामादेवी सब्जी मंडी में सब्जी लेने गए थे। तभी रामादेवी की तरफ से आ रहे ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे जयवीर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। वही घटना के बाद आरोपित चालक ट्रक लेकर भाग निकला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दी। कार्यवाहक थाना प्रभारी गणेश तिवारी ने बताया कि ट्रक की टक्कर से कॉन्स्टेबल की मौत हुई है। मृतक के परिजनों को सूचित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
आईकार्ड से हुई कांस्टेबल की पहचान
हादसे के बाद मृतक की जेब से पुलिस विभाग का आईकार्ड मिलने से जयवीर की शिनाख्त हुई । चकेरी पुलिस ने हादसे की जानकारी परिवार और पुलिस अफसरों को दी। वहीं चकेरी थाने से लेकर कई थानों का फोर्स पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार ने पूरे मामले की जानकारी ली और परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
कांस्टेबल ने डीसीपी समेत 11 लोगों के खिलाफ लिखा था सुसाइड नोट
हादसे में जान गंवाने वाले कांस्टेबल जयवीर सिंह नौबस्ता थाने से पहले साढ़ थाने में तैनात थे। जयवीर को मारपीट के एक मामले में सस्पेंड कर दिया गया था। इससे परेशान जयवीर ने अपने मोबाइल फोन के वॉट्सऐप स्टेटस पर सुसाइड नोट का पोस्ट अपडेट किया। इसमें एक कागज पर उसने डाई पीने से मौत के अलावा आत्महत्या की तारीख 14 नवंबर और समय सुबह 9:45 लिखा । इसके बाद नीचे 6 पुलिसकर्मियों के नाम लिखे थे। इनमें चकेरी इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप सिंह का नाम सबसे ऊपर था। इसके बाद हेड कॉन्स्टेबल दिवाकर द्विवेदी, अवधेश, महेंद्र सिंह, रामपाल और कॉन्स्टेबल जुबेर का नाम लिखा था। इन सभी पर कांस्टेबल ने उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सुसाइड करने की बात लिखी थी।
वाट्सएप स्टेट्स पोस्ट देखने के बाद पुलिस अधिकारी आई हरकत में
वाट्सएप स्टेट्स पोस्ट देखने के बाद कानपुर कमिश्नरेट और आउटर की पुलिस ने तलाश शुरू की थी। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने लोकेशन ट्रेस कराई और मोबाइल फोन भी स्विच आफ मिला था। पुलिस की अलग अलग टीमें उसकी तलाश में लगाई गई थी।करीब चार घंटे बाद पुलिस ने सिपाही को पोस्टमार्टम हाउस के पास से ढूंढ निकाला था। इसके बाद उसे एसीपी स्वरूप नगर बृज नारायण सिंह के पास ले गए, जहां उससे पूछताछ की गई थी। तत्कालीन स्वरूप नगर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडेय का कहना था कि सिपाही जयवीर सिंह की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उसे मनोरोग विशेषज्ञ को दिखाया जाएगा।