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Kanpur News: सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से करें मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स, जानिए क्या है प्रोसेस
Kanpur News: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में नए सत्र से मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स की शुरुआत की गई है। 60 सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश होगा। इसको लेकर मंगलवार को कानपुर विश्वविद्यालय और रीजेंसी हॉस्पिटल के बीच एमओयू साइन हुआ है।
Kanpur News: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में नए सत्र से मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स की शुरुआत की गई है। 60 सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश होगा। इसको लेकर मंगलवार को कानपुर विश्वविद्यालय और रीजेंसी हॉस्पिटल के बीच एमओयू साइन हुआ है। आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है।
स्नातक के बाद ले सकते हैं प्रवेश
कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इस कोर्स में ग्रेजुएशन के बाद कोई भी प्रवेश ले सकता है। इस कोर्स को करने के बाद लोगों को हॉस्पिटल में विभिन्न विभाग में नौकरी मिलने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
आवेदन के लिए हैं 60 सीटे
इस कोर्स के लिए 60 सीटें इस वर्ष हैं। मेरिट के आधार पर प्रवेश लिया जाएगा। क्लास का संचालन कानपुर विश्वविद्यालय कैंपस में होगा। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण रीजेंसी हॉस्पिटल में दिया जाएगा। यह 2 साल का कोर्स है। एक साल की फीस ₹1,12,000 रुपये है।
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कोरोना के बाद हेल्थ केयर सेक्टर में कई विकल्प आए
रीजेंसी हॉस्पिटल के मालिक डॉ. अतुल कपूर ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद केयर सेक्टर में कॅरियर के लिए कई विकल्प सामने आए हैं। इसलिए अब इस कोर्स के माध्यम से हॉस्पिटल में भरपूर स्टाफ रखा जा सकता है। खास बात यह है कि इस कोर्स को हर क्षेत्र के लोग चाहे वह बायो का हो या मैथ का कर सकता है। कोरोना काल में सभी हॉस्पिटल में स्टॉफ की कमी रही। जिसको देख ये निर्णय लिया गया है।
प्रशिक्षित लोग मिलेंगे अस्पताल को
डॉ. अतुल कपूर ने कहा कि इस कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों को ट्रेनिंग के दौरान इतना प्रशिक्षित कर दिया जाएगा कि उन्हें हॉस्पिटल में काम करने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। हम लोग हर क्षेत्र में विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देंगे। ट्रेनिंग भी कराएंगे और रोजगार भी देंगे। सभी विद्यार्थियों को हम ट्रेनिंग भी कराएंगे और उन्हें अपने ही शहर में नौकरी भी देंगे ताकि बच्चे यहां से पढ़ने के बाद अपने घर में रह करके ही शहर के लिए काम कर सकें। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस और रीजेंसी हॉस्पिटल के सहयोग से इस कोर्स का संचालन किया जाएगा।