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Kanpur News: मेरा काम सूचना देना न की निमंत्रण देना, समग्र विकास बैठक में नहीं पहुंचे शहर व अकबरपुर के सांसद
Kanpur News: बैठक में शहर के सभी सांसद, विधायक को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन बैठक में फिर से दोनों सांसदों ने दूरी बना ली। पिछली बैठक में भी दोनों सांसद शामिल नहीं हुए थे।
Kanpur News: कानपुर के समग्र विकास को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई थी। बैठक में शहर के सभी सांसद, विधायक को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन बैठक में फिर से दोनों सांसदों ने दूरी बना ली। पिछली बैठक में भी दोनों सांसद शामिल नहीं हुए थे।
समग्र विकास व चल रही योजनाओं को लेकर थी बैठक-
समग्र विकास व शहर में चल रही योजनाओं को लेकर इस बैठक का आयोजन किया गया था। स्मार्ट सिटी के तहत विकास कार्य व कानपुर में बन रहे एयरपोर्ट जिनका उद्धघाटन मुख्यमंत्री करेंगे। बैठक में स्मार्ट सिटी के अधिकारी व शहर के विधायक भी पहुंचे थे। बैठक में अन्य कार्यों के लिए भी मोहर लगा दी गई। बैठक में जब दोनों सांसद सत्यदेव पचौरी व देवेंद्र सिंह भोले नहीं पहुंचे तो मीडिया से विधानसभा अध्यक्ष बोले मेरा काम सूचना देना न कि निमंत्रण देना है।
पिछली बैठक में भी दोनों सांसद नहीं आए थे-
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने बीते वर्ष 18 नवंबर को महानगर के समग्र विकास के लिए बैठक बुलाई थी। बैठक काफी चर्चा में रही थी, कानपुर के सांसद सत्यदेव पचैरी की नाराजगी सामने आई थी, सांसद ने आपत्ति जताई थी कि इस बैठक को बुलाने का अधिकार सतीश महाना के पास नहीं है और इसे रद्द कर दिया जाए। इस मामले में साथ अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने दिया था, सत्यदेव पचैरी ने जो पत्र दिया था उसमें देवेंद्र सिंह भोले के हस्ताक्षर थे, लेकिन उस वक्त दोनों कुछ बोले नहीं थे। अब सतीश महाना ने फिर से बैठक बुलाई है, जिसके बाद फिर ये विवाद होने की संभावना है।
पचैरी और महाना आमने-सामने
सूत्रों के अनुसार महापौर का प्रत्याशी सतीश महाना गुट की प्रमिला पांडे को बनाया गया, उसके बाद से पचैरी बेहद नाराज हैं, टिकट होने के बाद प्रमिला पाण्डेय सत्यदेव पचैरी के घर भी आशीर्वाद लेने गई थीं। सत्यदेव पचैरी की बेटी और संघ के बड़े पदाधिकारी वीरेंद्र जीत सिंह की बहू नीतू सिंह की टिकट महापौर पद पर फाइनल मानी जा रही थी। लेकिन नामांकन के एक दिन पहले देर शाम प्रमिला पाण्डेय की टिकट हो गई थी। सतीश महाना प्रमिला पांडे को टिकट दिलवा लाए और ऐसे में दोनों के बीच में तलवारें खिंच गई।
पिछली बैठक के बाद ही सांसद पचैरी के थे ये बोल
यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की ओर से समग्र विकास को लेकर बुलाई गई थी, बैठक के बाद ही भाजपा सांसद सत्यदेव पचैरी ने महाना पर हमला बोला था। सांसद ने कहा था कि उनकी सीमा सिर्फ विधानसभा सचिवालय तक है। अगर दो बार गलती से बैठक बुला ली गई तो इसका मतलब यह नहीं बार-बार वही गलती दोहराते रहे।
यह था मामला
16 नवंबर को यह विवाद शुरू हुआ था, जब सांसद पचैरी और भोले ने विधानसभा अध्यक्ष की बैठक में शामिल होने से मना करते हुए बैठक को निरस्त करने के लिए कहा था। मिश्रिख के सांसद अशोक रावत भी दोनों सांसदों के साथ आ गए थे। 18 नवंबर को बैठक हुई लेकिन तीनों सांसद नहीं आए थे, इस बैठक में भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी और सपा विधायक इरफान सोलंकी को छोड़ सभी विधायक शामिल रहे थे।
सोमवार को हुई बैठक में नवनिर्वाचित महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक महेश त्रिवेदी, अभिजीत सांगा, राहुल सोनकर, अरुण पाठक, सरोज कुरील, सुरेन्द्र मैथानी व एमएलसी सलिल विश्नोई मौजूद रहे।