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Kanpur News: मौसम बदलने से वायरल फीवर के मरीज बढ़े, हैलट ओपीडी में हज़ारों की भीड़

Kanpur News: डाक्टरों का कहना है कि वायरल मरीजों को पांच से सात दिन में फीवर से छुटकारा मिल रहा है। वायरस शुरुआत में इम्युनिटी पर हमला कर रहा है।

Anup Panday
Published on: 19 July 2023 1:21 PM IST
Kanpur News: मौसम बदलने से वायरल फीवर के मरीज बढ़े, हैलट ओपीडी में हज़ारों की भीड़
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Kanpur News (photo: social media )

Kanpur News: बरसात के बाद मौसम में उतार चढ़ाव के कारण हैलट और उर्सला अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंच गए है। वहीं प्राइवेट अस्पताल में भी भीड़ बढ़ गई है। बुखार उतारने को पैरासिटामाल से इतर अन्य दवा से परहेज करने की सलाह डाक्टरों ने दी। विशेषज्ञों का कहना है कि इन दवाओं से मरीज की प्लेटलेट गिर रही हैं। वहीं डाक्टरों का कहना है कि वायरल मरीजों को पांच से सात दिन में फीवर से छुटकारा मिल रहा है। वायरस शुरुआत में इम्युनिटी पर हमला कर रहा है।

वायरल फीवर बदल रहा डायरिया में

वायरल फीवर फैलाने वाले वायरस ने फीवर को दो दिन में ही डायरिया में बदल रहा है, जिसमें मरीज को पानी तक गटकने पर उल्टी हो रही है। शरीर टूट रहा है।वहीं दिन में मौसम अलग शाम को मौसम बदलने पर बीमारियां और बढ़ रही है। शुरुआत से ही शरीर टूटना महसूस हो जाएं तो डॉक्टरों से सलाह लेकर दवा ले।

वायरल डायरिया खा रहा अच्छे बैक्टीरिया को

वायरल डायरिया इतना खतरनाक हो रहा कि आंतों में गुड बैक्टीरिया तक को खा जा रहा है। इसलिए मरीज भारी बेचैनी के चलते बेदम तक हो रहे हैं। ऐसे 17 मरीजों को हैलट में मेडिसिन विभाग में भर्ती किया गया, जो अभी हाल में ही भर्ती करे गए है।

एक हफ्ते में बढ़ा प्रकोप

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में लगातार मरीज आ रहे है। प्राचार्य डॉ काला के अनुसार डेंगू जैसे लक्षणों के साथ ही जरा सी लापरवाही में यह वायरल डायरिया में परिवर्तित पाया गया है। वहीं मरीज की हालत ज्यादा खराब होने पर डर पैदा हो जाता है, मेडिसिन विभाग की रिपोर्ट में सात दिन में करीब 700मरीज रिपोर्ट हुए हैं।

प्राइवेट अस्पताल में भी लगी है भीड़

सरकारी अस्पतालों में लाइन देख आधे मरीज वापस लौट आते है और मोहल्ले क्लीनिक या प्राइवेट अस्पताल में दिखाते है। वहीं, मरीज की हालत देख डॉक्टर एडमिट भी कर लेते है। जहां मरीज का इलाज करीब 5 से 7 दिन चलता है। वहीं छुट्टी होने पर डाक्टरों की सलाह है बाहर का भोजन बंद करके शुद्ध पेय जल ही पीना होता है।



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Anup Panday

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