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बड़ी खबरः कोरोना से जंग में अभेद्य कवच से लैस हुए केजीएमयू कोरोना योद्धा
यूपी में 06 मार्च को पहला कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से ही केजीएमयू ने अपनी तैयारी शुरू करते हुए यह प्रशिक्षण शुरू कर दिया था।
लखनऊ: कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में चिकित्सक व चिकित्साकर्मी भी लगातार इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों के संक्रमित होने पर कोरोना संक्रमित अन्य मरीजों के इलाज में कोई रूकावट न आए इसके लिए किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ने अपने 7182 स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दे कर कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए तैयार कर दिया है। अब ये सभी प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी कोविड वार्ड में काम करने के लिए तैयार हैं।
KGMU ने दिया अपना पूरे स्टॉफ को प्रशिक्षण
यूपी में 06 मार्च को पहला कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से ही केजीएमयू ने अपनी तैयारी शुरू करते हुए यह प्रशिक्षण शुरू कर दिया था। जिसमे संक्रमण से बचाव तथा इस पर नियंत्रण, डायलिसिस प्रशिक्षण, इमरजेंसी व ट्रामा के मरीजों के प्रबंधन का प्रशिक्षण तथा वेंटिलेटर संचालन का प्रशिक्षण दिया गया।
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KGMU दे रहा अपने पूरे स्टॉफ को प्रशिक्षण (फाइल फोटो)
इसमें केजीएमयू के सभी संकाय सदस्यों, रेजिडेंट चिकित्सकों, नर्सों, फार्मासिस्टों, तकनीशियनों, वार्ड ब्वायज व आया, सफाईकर्मियों, एम्बुलेंस चालकों, गार्डों, केजीएमयू के प्रशासनिक कार्यालयों के अधिकारियों व कर्मचारियों समेत केजीएमयू के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। इन सभी प्रशिक्षितों की कोविड वार्ड में तैनाती से पहले एक और प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण का मॉड्यूल विश्व स्वास्थ्य संगठन, सीडीसी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण दिशानिर्देश और केजीएमयू के अपने प्रोटोकॉल के अनुसार है। सभी कर्मचारियों को समझ में आये इसलिए इसे आसान व्यावहारिक भाषा में डिजाइन किया गया है।
सभी को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहा केजीएमयू
KGMU दे रहा अपने पूरे स्टॉफ को प्रशिक्षण (फाइल फोटो)
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केजीएमयू के डॉ विनोद जैन और उनकी टीम द्वारा तैयार किए गए इस छह घंटे के पाठ्यक्रम में इंटरैक्टिव व्याख्यान, वीडियो प्रदर्शन, लाइव प्रदर्शन के जरिए प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षाणार्थियों का मूल्याकंन करने के लिए उनकी परीक्षा भी ली जाती है। जिसमें उनसे बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
KGMU दे रहा अपने पूरे स्टॉफ को प्रशिक्षण (फाइल फोटो)
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जिसके बाद उन्हे प्रमाण पत्र दिया जाता हैं। केजीएमयू सिर्फ अपने ही चिकित्सकों या चिकित्साकर्मियों को ही नहीं बल्कि अन्य चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों तथा सामान्य लोगों के लिए आनलाइन प्रशिक्षण भी दे रहा है। इसके लिए डॉ विनोद जैन और उनकी टीम यू ट्यूब के जरिए प्रशिक्षण देती है। अब तक करीब 40 हजार लोग इस आनलाइन प्रशिक्षण से प्रशिक्षित हो चुके है।