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धान खरीद मामला: मंडी गेट पर लटका रहा ताला, किसानों ने किया प्रदर्शन
मंडी समिति परिसर पहुंचे किसानों को उस समय झटका लग गया जब उन्होंने गेट पर ताला लटका हुआ देखा। किसानों का कहना है कि उनकी आगामी बुवाई का समय नजदीक आ गया है और धान की बिक्री नहीं हो पा रही है।
औरैया: दूरदराज क्षेत्रों से अपने धान को बेचने के लिए मंडी समिति परिसर पहुंचे किसानों को उस समय झटका लग गया जब उन्होंने गेट पर ताला लटका हुआ देखा। किसानों का कहना है कि उनकी आगामी बुवाई का समय नजदीक आ गया है और धान की बिक्री नहीं हो पा रही है। इसलिए वह खुले बाजार में अपना धान बेचने आए थे। मगर यहां पर ताला लटका मिला।
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नहीं खुला मंडी का ताला
इस संबंध में किसानों ने बताया कि वह सुबह 4 बजे से मंडी गेट पर खड़े हुए हैं मगर किसी भी अधिकारी व कर्मचारी ने मंडी का ताला नहीं खोला। बताया कि उनके पास आगामी फसल की बुवाई के लिए पैसे नहीं है जिससे उनकी खेती पिछड़ रही है। गेहूं की फसल बोने के लिए खेत को तैयार करना है मगर वर्तमान की स्थिति ऐसी है कि जब धान बिक जाएगा तो वह अपना खेत दुरुस्त कर उसमें गेहूं की बुवाई करने के लिए खाद व बीज ले पाएंगे। किसानों ने कहा कि क्रय केंद्रों की हालत यह है कि उसमें माह जनवरी तक के टोकन दिए गए हैं और अभी तक न के बराबर धान की खरीद की गई है।
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किसानों ने जब मंडी के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने बताया जब जिला अधिकारी इस संबंध में कोई फैसला लेंगे तभी उनकी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। किसानो ने आरोप लगाया कि जब उनका ही धान मंडी में नहीं खरीदा जा रहा है तो फिर वह आगे की फसल कैसे वो पाएंगे।
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इस संबंध में मंडी सचिव ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप वह किसानों का धान समर्थन मूल्य पर बिकवाना चाहते हैं मगर व्यापारी सस्ती दरों पर किसानों का धान खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। कहा कि जो व्यापारी समर्थन मूल्य पर धान खरीद रहे हो वह क्रय कर सकते हैं।
रिपोर्टर प्रवेश चतुर्वेदी औरैया