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अमेरिका चुनाव: सुप्रीम कोर्ट का वोटों की गिनती में दखल, दिया ये बड़ा आदेश
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है. देश के सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने पेंसिलवानिया के चुनाव अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे ‘इलेक्शन डे’ यानी 3 नवम्बर के बाद मिले मतपत्रों को अलग रखें।
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है। देश के सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने पेंसिलवानिया के चुनाव अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे ‘इलेक्शन डे’ यानी 3 नवम्बर के बाद मिले मतपत्रों को अलग रखें।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सैमुअल अलिटो ने पेंसिलवानिया की रिपब्लिकन पार्टी के आग्रह को स्वीकार करते हुए ये आदेश दिए हैं। रिपब्लिकन पार्टी ने कोर्ट से आग्रह किया था कि 3 नवम्बर को रात 8 बजे से 6 नवम्बर को शाम 5 बजे के बीच रिसीव हुए पोस्टल मतपत्रों को अलग रखा जाये. जस्टिस अलिटो ने इस याचिका पर आदेश दिया कि पोस्टल मतपत्रों को अन्य मतपत्रों से अलग करके एक सील्ड बक्से में सुरक्षित स्थान पर रखा जाए। जज ने मतों की गिनती रोकने का कोई आदेश नहीं दिया है। जज ने देरी से मिले मतपत्रों की गिनती अलग से करने को कहा है।
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पेंसिलवानिया की सेक्रेटरी का था आदेश
पेंसिलवानिया की रिपब्लिकन पार्टी ने शुक्रवार को कोर्ट में अर्जी देकर कहा था कि इस मामले में कोर्ट का आदेश जरूरी है क्योंकि राज्य की सभी 67 काउंटी के चुनाव बोर्ड 28 अक्टूबर को पेंसिलवानिया की सेक्रेटरी बूक्वार द्वारा दिए गए आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। 28 अक्टूबर के आदेश में कहा गया था कि पोस्टल मतपत्रों को अलग रखा जाए. अर्जी में कहा गया कि 42 काउंटी ने तो पुष्टि की थी कि वे गाइड लाइन का पालन करेंगे लेकिन बाकी 25 काउंटी ने इस बात का कोई जवाब ही नहीं दिया कि वे देर से मिले पोस्टल बैलट को अलग रख रहे हैं कि नहीं।
रिपब्लिकन पार्टी ने कहा कि पेंसिलवानिया की सेक्रेटरी बूक्वार की गाइडलाइन की काउंटी के बोर्ड्स पर कोई कानूनी बाध्यता नहीं है जिसका मतलब ये है कि काउंटी अपनी मनमर्जी कर सकते हैं. इसके अलावा राज्य की सेक्रेटरी ने 1 नवम्बर को अपनी गाइडलाइन फ़ीस से बदल दी. ऐसे में अब कोर्ट का हस्तक्षेप जरूरी हो गया है। जज अलिटो ने अपने आदेश में कहा है कि दोनों पक्ष 7 नवम्बर को दोपहर दो बजे तक अपना जवाब दाखिल कर दें।
महत्वपूर्ण राज्य
राष्ट्रपति पद की लड़ाई में पेंसिलवानिया का बहुत महत्त्व है। २०१६ में डोनाल्ड ट्रम्प इस राज्य में करीब 44 हजार वोटों से जीते थे लेकिन इस बार बिडेन आगे हैं। ऐसे में अब पेन्सिलवानिया में वोटों की दोबारा गिनती होने की संभावना बनती नजर आ रही है।
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