×

निवेश केवल पत्रों पर एमओयू में आया, जमीन पर एक भी उद्योग नहीं: अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने बाहर से आए सभी तकियन, एक्जीक्यूटिव और विभिन्न विधाओं के जानकार और विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

Newstrack
Published on: 16 July 2020 8:01 PM IST
निवेश केवल पत्रों पर एमओयू में आया, जमीन पर एक भी उद्योग नहीं: अखिलेश
X

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि जुमलेबाजी से ध्यान भटकाने की स्किल: पारंगत भाजपा सरकार ने करोड़ों युवाओं की आशाओं, सम्भावनाओं और प्रतिभाओं को निराश किया है। युवकों का भविष्य अंधकार में है। रोजगार के अवसर न श्रजित हो रहे हैं और न उसकी सम्भावनाएं हैं।

भाजपा सरकार नौजवानों के सपनों को तोड़ने वाली सरकार साबित हो रही है। कई करोड़ के रोजगार बांटने का दावा करने वाली बीजेपी किस क्षेत्र में किसको कितना रोजगार दिया इसके आंकड़े देने से क्यों घबराती है? झूठे दावो की पोल न खुली इसलिए मुख्यमंत्री जी तुकबंदी में प्रधानमंत्री जी को शामिल करने में संकोच नहीं करते हैं।

भाजपा सरकार कर रही पढ़े-लिखे नौजवानों से खिलवाड़- अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने बाहर से आए सभी तकियन, एक्जीक्यूटिव और विभिन्न विधाओं के जानकार और विशेषज्ञ भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में पूंजीनिवेश केवल पत्रों पर एमओयू में आया है। जमीन पर एक भी उद्योग नहीं लगाया गया। मनरेगा में exc का काम भी डिग्रीधारक युवकों के लिए रोजगार की तरह प्रचारित किया जा रहा है। पढ़े-लिखे नौजवानों के साथ इससे बड़ा छल और छलावा क्या होगा?

ये भी पढ़ें- गोली मारने का आदेश: लॉकडाउन में बाहर निकलने की सजा मौत, इस देश की करतूत

उन्होंने कहा कि ग्रामीण और कुटीर उद्योगों के जरिए स्वावलम्बन की दिशा में समाजवादी पार्टी ने कदम उठाए थे। अवध शिल्प ग्राम की स्थापना की थी। बुनकरों को तमाम रियायते दी थीं। जिलों के हुनर को प्रोत्साहित किया गया था। समाजवादी सरकार की कोशिश थी कि स्थानीय लोगों को नई तकनीक से जोड़ा जाए। उन्हें कौशल प्रशिक्षण का लाभ मिल रहा था। चक गंजरिया क्षेत्र में आईटी हब बनाने के पीछे रोजगार के नए साधन मुहैया करने की भावना थी।

सरकार ने श्रमिकों की सुरक्षा से सम्बंधित श्रम कानूनों को हटा दिया- अखिलेश

अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने उद्योगपतियों को राहत पहुंचाने के लिए श्रमिकों की सुरक्षा और सम्मान से संबंधित तमाम आधारभूत श्रम कानूनों को हटा दिया। काम के घंटे बढ़ा दिए हैं। उनका दिहाड़ी वेतन बी दिया गया है। श्रमिक अब मालिकों का बंधुआ बन कर रहेंगे। भाजपा गरीबों, कमजोर वर्ग के हितों की रक्षा की जगह उनमें आकक्षा पैदा करती है।

ये भी पढ़ें- सोनभद्र कांड: शहीद आदिवासियों का बलिदान दिवस मनाएगी कांग्रेस, की ये बड़ी तैयारी

उन्होंने कहा कि एक चीनी कंपनी द्वारा मलेशिया में, उत्तर प्रदेश के कई जिलों के श्रमिकों को प्रताड़ित करने की खबरें आई हैं। केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारों को वहाँ की सरकार और दूतावास से संपर्क कर उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रयास करने चाहिए। मलेशिया में उत्तर प्रदेश के 35 लोग हैं। हवाई चप्पल वालों को भी हवाई जहाज से घर वापसी का अधिकार मिलना चाहिए।

Newstrack

Newstrack

Next Story