TRENDING TAGS :
प्रसिद्ध बांसुरी वादक रोनू मजूमदार ने बंसी धुन से मोह लिया लोगों का मन
लखनऊ में होने वाली बैठकी की तीसरी बैठक का आयोजन सहारा शहर स्थित वेदा वैलनेस सेंटर में किया गया। इस बार 'बैठकी' में हमें सानिध्य मिला प्रसिद्ध सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक रोनू मजूमदार जी का।
लखनऊ: लखनऊ में होने वाली 'बैठकी' की तीसरी बैठक का आयोजन सहारा शहर स्थित वेदा वैलनेस सेंटर में किया गया। इस बार बैठकी में हमें सानिध्य मिला प्रसिद्ध सुप्रसिद्ध बांसुरी वादक रोनू मजूमदार का।
समा कुछ यूं बांधा कि जयजयवंती के आलाप से बांसुरी वादन की जो स्वर लहरिया वातावरण में बहने शुरू हुईं वह हमें वृंदावन तक की सैर करा लाईं। इन लहरो में खोए हुए हम कभी वृंदावन में बांके बिहारी को सुन रहे थे तो कभी यमुना की लहरें अठखेलियां करती हुई बह रही थी जिनके किनारे चरती हुई गऊएं और कदंब के नीचे तिरछा चरण धरे मनमोहन मुरली बजाते दिख रहे थे; और तो जाने दीजिए एक ऐसी अवस्था भी आई कि श्री कृष्ण के आल्हादिनी शक्ति राधा कभी उन से निकलकर प्रेम की रसधार बनी दिखती और कभी उन में समा कर लौकिक और अलौकिक प्रेम को एकाकार करती हुई दिखाई दे रही थीं।
बांसुरी साज में कुछ ऐसी चमत्कृत शक्ति है कि जो मोहन के अधरों पर भरी हुई स्वर लहरियां बिखेर रही थी, उन स्वर लहरियों पर कदम दर कदम चलते हुए कभी हम विरही राम की सीते सीते की पुकार सुन रहे थे तो कभी सीता की ओर से राम राम का स्वर सुनाई दे रहा था।
यह भी पढ़ें: इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी, दिया ये बड़ा बयान
ऐसा अद्भुत अलौकिक संसार रच गया था कि हम सशरीर मानो द्वापर और त्रेता की सैर कर रहे थे। एक कलाकार अपनी साधना में रत होकर तपस्या की भांति खुद को तपा कर उस कला की ऊंचाई को कितने जतन और वर्षों में प्राप्त करता है और उसके सानिध्य में मात्र बैठकर हम उस तपस्या और साधना का फल प्राप्त कर लेते हैं न सिर्फ फल प्राप्त कर लेते हैं बल्कि उसके धैर्य और संयम से बनाए हुए स्वर समुद्र में गोते भी लगाते हैं।
यह सिर्फ संगीत प्रेमियों को ही प्राप्त हो सकता है यह सुख और आनंद केवल और केवल आपको संगीत दे सकता है।बाकी कोई भी काम हम स्वयं करके उसके आनंद को महसूस कर पाते हैं लेकिन संगीत का आनंद ही ऐसा आनंद है कि साधना एक करता है और उसका आनंद अनेक लोग उठाते हैं।
यह भी पढ़ें: गजब के हैं ये Smartphones, जल्द ही भारत में होंगे लॉन्च, जानें खासियत
कार्यक्रम के आयोजक सुरभि सिंह, तनुज नारायण एवं विकास मिश्रा को हार्दिक धन्यवाद ऐसी बैठकी लखनऊ में होती रहे और हम इस आनंद सागर में गोते लगाते रहे।
पूरी टीम को और मेज़बान तृषा नियोगी को हार्दिक धन्यवाद और ऐसे आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित कराने के लिए हमें उनकी भूरि - भूरि प्रशंसा करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें: बदला सिम का ये नियम: आज ही जान लें इसको, कहीं आप…