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UP Nagar Nikay Chunav: एके शर्मा सहित ये मंत्री नहीं बचा पाये अपनी साख, इनके 'घर' में हारी बीजेपी
UP Nagar Nikay Chunav Result 2023- यूपी नगर निकाय चुनाव में भले ही बीजेपी ने मेयर, पालिका पंचायत में दबदबा कायम रखा है, बावजूद प्रदेश के कई मंत्री गृह जनपद में अपनी साख तक नहीं बचा सके। इनमें सबसे प्रमुख नाम प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार शर्मा का है।
UP Nagar Nikay Chunav Result 2023- यूपी नगर निकाय चुनाव में जीत के बाद भाजपाई फूले नहीं समा रहे हैं। खुश हों भी क्यों न? पहली बार सूब के सभी 17 नगर निगमों में कमल खिला है। रिजल्ट घोषित होते ही बीजेपी दफ्तर में बधाइयों का तांता लग गया। रंग-गुलाल के साथ ही ढोल-नगाड़ों की थाप पर समर्थक झूम रहे थे। यह खुशी उस वक्त और दोगुनी हो गई जब पार्टी कार्यालय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक ने उन्हें मिठाई खिलाई कर जीत की बधाई दी। इस दौरान प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सहित पार्टी के कई दिग्गज नेता मंच पर मौजूद रहे। बीजेपी ने भले ही मेयर, पालिका पंचायत में दबदबा कायम रखा है, बावजूद प्रदेश के कई मंत्री गृह जनपद में अपनी साख तक नहीं बचा सके। इनमें सबसे प्रमुख नाम प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार शर्मा का है।
नौकरशाह से राजनेता बने अरविंद कुमार शर्मा ने जब यूपी में आये थे तो उन्हें योगी आदित्यनाथ के मुकाबिल देखा जा रहा था। उस वक्त इन्हें डिप्टी सीएम बनाये जाने की अटकलें थीं, लेकिन सीएम कार्यालय से इस पद के लिए उन्हें हरी झंडी नहीं मिल सकी। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उन्हें नगर विकास मंत्रालय सौंपा गया। निकाय चुनाव में उनके सामने खुद को साबित करने का मौका था लेकिन, उनके गृह जिले मऊ में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। वह भी तब जब उनकी दखल के बाद प्रत्याशी का नाम फाइनल हुआ था और उन्होंने खुद मऊ में डेरा डाल रखा था। मऊ नगर पालिका में अध्यक्ष पद पर बसपा के अरशद जमाल ने बीजेपी प्रत्याशी अजय कुमार को हरा दिया।
एके शर्मा ने फाइनल किया था टिकट
मऊ नगर पालिका में अध्यक्ष पद लंबे अर्से बाद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हुआ था। स्थानीय भाजपाई किसी ब्राह्मण, ठाकुर और भूमिहार को प्रत्याशी बनाने के फेवर में थे, लेकिन नगर विकास मंत्री एके शर्मा की पैरवी के बाद जाटव समाज के अजय कुमार का टिकट फाइनल किया गया था। इसे लेकर स्थानीय भाजपाइयों में कथित तौर पर नाराजगी भी थी। अजय कुमार पहले बसपा के को-ऑर्डिनेटर भी रहे हैं। बसपा कैंडिडेट ने उन्हें 36 हजार वोटों से हरा दिया।
ये मंत्री भी नहीं बचा पाये साख
अरविंद कुमार शर्मा ही नहीं प्रदेश के कई और मंत्री निकाय चुनाव में अपनी साख नहीं बचा पाये। इनमें पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह, उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, चिकित्सा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मंत्री गुलाब देवी, मंत्री असीम अरुण और मंत्री बलदेव सिंह औलख शामिल हैं। ये अपने गृह जिले में बीजेपी प्रत्याशी नहीं जिता पाए।
आंवला, रामपुर, कन्नौज और रायबरेली में हारे
बरेली की आंवला नगर पालिका में सपा के आबिद अली ने बीजेपी कैंडिडेट राजीव सक्सेना को हरा दिया है। आंवला पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है। ऐसे ही सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भी बीजेपी कैंडिडेट की हार हुई है। यहां कांग्रेस के शत्रोहनलाल सोनकर जीते हैं। इस सीट पर कमल खिलाने का जिम्मा उद्यान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह का था। चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के निर्वाचन क्षेत्र तिलोई में भी भाजपा की हार हुई है। इसके अलावा माध्यमिक शिक्षामंत्री गुलाब देवी के गृह जिले संभल में बीजेपी नगर पालिका की एक ही सीट जीत सकी है जबकि एक सीट निर्दलीय को मिली है। कन्नौज और रामपुर नगर पालिका में भी बीजेपी की हार हुई। कन्नौज में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण और रामपुर में राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी देख रहे थे।
यूपी निकाय चुनाव परिणाम
यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी ने सभी 17 नगर निगमों में जीत दर्ज की है। 199 में में 88 पालिका अध्यक्ष पद बीजेपी के खाते में गये हैं। पंचायत अध्यक्ष के 544 पदों में से 191 पर बीजेपी जीती है। नगर पालिका में 1344 व नगर पंचायत में भाजपा के 1402 सदस्य जीते हैं। इसके अलावा पार्षद के 813 पदों पर भाजपाई चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।