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Lucknow News: नौकरशाही में बड़ा कारनामा, एक से दूसरे मोहल्ले में जाने के लिए दिखा दी एयर एम्बुलेंस

Lucknow News: राज्य कर मुख्यालय में तैनात पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अनुराग मेहरोत्रा ने 25 जुलाई 2022 को विभाग में मेडिकल बिल लगाया। इसमें दिखाया कि पत्नी को आपात इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस लेनी पड़ी। हद तो ये हो गई कि कार की तरह बिल में एयर एम्बुलेंस का नंबर भी लिख दिया-यूपी-30 एटी 2195।

Ashish Pandey
Published on: 18 Aug 2023 8:11 AM GMT (Updated on: 18 Aug 2023 9:42 AM GMT)
Lucknow News: नौकरशाही में बड़ा कारनामा, एक से दूसरे मोहल्ले में जाने के लिए दिखा दी एयर एम्बुलेंस
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Lucknow News (photo: social media )

Lucknow News: इलाज के नाम पर धोखाधड़ी का अजीबोगरीब भर्जीवाड़ा करने का ऐसा मामला शायद ही किसी ने सुना या देखा होगा। एक पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी पत्नी के इलाज के लिए लखनऊ के एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में स्थित एक अस्पताल तक ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस कर ली। यही नहीं एयर एम्बुलेंस का 3500 रुपये का बिल भी विभाग में लगा दिया। हद तो ये हो गई कि कार की तरह बिल में एयर एम्बुलेंस का नंबर भी लिख दिया-यूपी-30 एटी 2195। इस बिल को देख शक हुआ तो जांच कराई गई, जिसमें मेडिकल बिलों के नाम पर हो रहे खेल का भंडाफोड़ सामने आया। प्रशासनिक अधिकारी चंद्र प्रकाश ने रिटायर्ड अफसर पर लखनऊ के विभूतिखंड थाने में धोखाधड़ी की धारा में मामला दर्ज कराया है।

बतादें कि राज्य कर मुख्यालय लखनऊ में तैनात पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अनुराग मेहरोत्रा ने 25 जुलाई 2022 को विभाग में एक मेडिकल बिल लगाया, जिसमें दिखाया गया था कि पत्नी प्रमिला मेहरोत्रा को इमरजेंसी इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस लेनी पड़ी जो बीमार पत्नी को कटारी टोला चैक स्थित उनके घर से गोमती नगर स्थित टीसीआई सेंटर तक ले गई। फिर एयर एम्बुलेंस ने ही वापस घर भी छोड़ा। मेडिकल बिल के मुताबिक एयर एम्बुलेंस को 3500 रुपये किराया दिया गया, जिसकी बकायदा रसीद भी लगाई गई थी।

नहीं मिला इसका कोई जवाब-

इस मामले में राज्य कर के अपर आयुक्त प्रशासन ओम प्रकाश वर्मा ने बताया कि केवल 3500 रुपये में एयर एम्बुलेंस का बिल देखकर शक हुआ तो इसकी जांच की गई। राजधानी के चैक जैसे घने इलाके में एयर एम्बुलेंस कहां, उतरी और महज पांच किलोमीटर दूर गोमती नगर अस्पताल में कहां उतारा, इसका कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए। एफआईआर के मुताबिक कुल 3600 रुपये के भुगतान का प्रयास किया गया है।

...और बिल में एयर एम्बुलेंस का नंबर भी लिख दिया

एयर एम्बुलेंस के प्रमाण के रूप में लखनऊ चारबाग के पते पर दर्ज इंडिया टूर एंड ट्रैवल्स के लेटरपैड पर जारी बिल लगाया गया था। इतना ही नहीं एयर एम्बुलेंस के पायलट के रूप में रमेश कुमार के हस्ताक्षर किए गए थे। हद तो ये हो गई कि कार की तरह बिल में एयर एम्बुलेंस का नंबर भी लिख दिया- यूपी- 30 एटी 2195। पूरा मामला संदिग्ध देख अपर आयुक्त स्तर के अधिकारी को इसकी जांच सौंपी गई। बिल पर दर्ज पते की जांच की गई तो उसमें इंडिया टूर एंड ट्रैवल्स का अस्तित्व नहीं पाया गया।

17 साल पहले ही बंद हो चुकी है फर्म-

ज्यादा छानबीन के बाद खुलासा हुआ कि अवध ट्रैवल्स के मालिक पीयूष गुप्ता के पिता के नाम ये फर्म पंजीकृत थी, जो 17 साल पहले बंद हो चुकी है। वहीं वाहन नंबर के सत्यापन से पता चला कि हरदोई में एक कार का नंबर है। पूर्व अधिकारी के खिलाफ जांच में कई और फर्जीवाड़े पाए गए हैं। मामला गंभीर देख शासन के आदेश पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही पूरे मामले की विभागीय जांच भी की जाएगी। इस मामले को लेकर विभाग में भी खूब चर्चाएं हैं।

Ashish Pandey

Ashish Pandey

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