TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Garlic Price Hike in Lucknow: टमाटर, हरी मिर्च, अदरक के बाद अब लहसून भी थाली से बाहर, 200 के पार पहुंची कीमत

Garlic Price Hike in Lucknow: टमाटर, हरी मिर्च और अदरक के बाद लहसून की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। सब्जी मंडियों के इसके खुदरा भाव 200 रूपये प्रति किलो को पार कर चुकी है।

Krishna Chaudhary
Published on: 5 July 2023 9:16 AM IST
Garlic Price Hike in Lucknow: टमाटर, हरी मिर्च, अदरक के बाद अब लहसून भी थाली से बाहर, 200 के पार पहुंची कीमत
X
Garlic Price Hike in Lucknow (Photo: Social Media)

Garlic Price Hike in Lucknow: जोरदार बरसात के बीच देशभर की सब्जी मंडियों में आग लगी हुई है। सब्जियों की कीमत का आलम ये है कि लोग मंडियों की तरफ जाने से पहले कई बार अपनी जेब को टटोलते हैं। अधिकांश सब्जियां शतक जमा चुकी है। कुछ की कीमतें तो दोहरा शतक जमाने के पास पहुंच चुकी है। टमाटर, हरी मिर्च और अदरक के बाद लहसून की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। सब्जी मंडियों के इसके खुदरा भाव 200 रूपये प्रति किलो को पार कर चुकी है।

आम लोगों की थाली से दूर हुआ लहसून

बरसात के शुरू होते ही अक्सर सब्जियों के दाम बेकाबू होने लगते हैं। इस मानसून भी यही हालत है। टमाटर से शुरू हुआ सिलसिला अब लहसून तक आ पहुंचा है। स्वादिष्ट और चटा पटा सब्जी या अन्य आइटम बनाने के लिए लहसून कितना आवश्यक है, इसे बताने की जरूरत नहीं है। लेकिन कीमतों में आई बेहिसाब वृद्धि ने इसे आम लोगों की थाली से दूर कर दिया है। लखनऊ की सब्जी मंडी में लहसून की कीमत 200-250 रूपये प्रति किलो के बीच चल रही है। महंगी कीमतों को लकर इन दिनों बाजार में खुदरा विक्रेताओं और ग्राहकों के बीच गरमागरम बहस आम हो चुकी है।

लखनऊ में सब्जियों की खुदरा कीमतों पर एक नजर

टमाटर – 100 से 120 रूपये प्रति किलो
लहसून – 200 से 250 रूपये प्रति किलो
अदरक – 200 से 220 रूपये प्रति किलो
नींबू – 90 से 100 रूपये प्रति किलो
धनिया – 90 से 100 रूपये प्रति किलो
हरी मिर्च – 100 से 120 रूपये प्रति किलो
परवल – 60 से 70 रूपये प्रति किलो

बरसात के कारण कीमतों में लगी आग

सब्जी उत्पादक राज्यों में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है। जिसके कारण खेतों से फसल नहीं निकल पा रही है। फसलें काफी खराब भी हो रही हैं। इसके कारण अचानक मंडी में इसकी आवक घट गई है। डिमांड के मुकाबले सप्लाई कम हो जाने के कारण सब्जियों के भाव आसमान छून लगे हैं। जानकारों की मानें तो 15 अगस्त तक राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं।



\
Krishna Chaudhary

Krishna Chaudhary

Next Story