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वैक्सीनेशन से पहले दिन PM मोदी चिकित्सकों से करेंगे संवाद
जहां पर 30 मिनट के भीतर टीका लगने वाले व्यक्ति पर टीके के प्रतिकूल प्रभाव पर विशेष नजर रखी गयी। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद ही लाभार्थी घर जा भेजा गया।
लखनऊ कोरोना वैक्सीन आने के पहले राजधानी लखनऊ में इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 16 जनवरी से शुरू होे रहे कोरोना वैक्सीनेषन के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजधानी लखनऊ के कुछ अस्पतालों में डाक्टरों और मेडिकल कर्मियों से वार्ता करेंगे। इसके अलावा वह अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कुछ टीकाकरण केन्द्रों पर डिजिटल संवाद करेंगे।
वैक्सीनेशन का प्लान तैयार
उल्लेखनीय है कि लखनऊ में पहले चरण के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का प्लान तैयार हो गया है। लखनऊ में 61 केंद्रों पर टीकाकरण के लिए केजीएमयू, पीजीआई समेत 61 केंद्र बनाए गए हैं। यहां 51 हजार हेल्थ वर्करों को टीका लगाने की योजना है। कोरोना टीकाकरण से पहले प्रधानमंत्री लखनऊ में केजीएमयू समेत 16 अस्पतालों से संवाद करेगें। इस दौरान वह केजीएमयू के कुछ विशेषज्ञों से भी बात कर सकते हैं। टीकाकरण के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों की लाइव फीड से मॉनिटरिंग की जाएगी।
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केंद्र के लिए जिम्मेदार
शासन की तरफ से कहा गया है कि 15 जनवरी तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 61 सेंटरों पर 244 बेड आरक्षित कर लिए गए हैं। किसी भी तरह की असावधानी होने पर नोडल अधिकारी अपने केंद्र के लिए जिम्मेदार होंगे। सभी केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व कोविड प्रोटोकाल का पालन करने को कहा गया है। टीकाकरण के दौरान सभी केंद्रों को इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एन्ड कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा हर बूथ की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी।
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लाभार्थी का वेरिफिकेशन
इसके पहले रिहर्सल के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों में तीन कमरों में टीकाकरण केंद्र बनाये गये। पहला रूम वेटिंग रूम जिसमें लाभार्थी का वेरिफिकेशन करने के बाद उसे बैठाया गया तथा कोविंन पोर्टल पर डाटा अपलोड किया गया। दूसरा रूम वैक्सीनेशन रूम, जहां पर लाभार्थियों को टीका लगाया गया। तीसरा रूम ऑब्जरवेशन रूम, जिसमें टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को करीब आधे घंटे तक बैठाया गया। जहां पर 30 मिनट के भीतर टीका लगने वाले व्यक्ति पर टीके के प्रतिकूल प्रभाव पर विशेष नजर रखी गयी। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद ही लाभार्थी घर जा भेजा गया।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री