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विश्वविद्यालय के 7 सालों के शानदार यात्रा पर बधाई- सीएम योगी
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की इसके बाद सीएम ने विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित स्टेडियम का नामकरण शहीद बंधू सिंह के नाम पर किया।
गोरखपुर: अपने दो दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएमटीयू को कई सौगात दी। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की इसके बाद सीएम ने विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित स्टेडियम का नामकरण शहीद बंधू सिंह के नाम पर किया।
इसके अलावा पुस्तकालय भवन, रमन भवन, सुभाष भवन, बस गैराज भवन के विस्तार का लोकार्पण किया। इसके अलावा सीएम ने अभियंत्रण भवन, कार्यशाला भवन, विद्युत अभियंत्रण भवन के विस्तार का शिलान्यास भी किया।
7 सालों के शानदार यात्रा के लिए सभी को बधाई
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा विश्वविद्यालय के 7 सालों के शानदार यात्रा के लिए सभी को बधाई। किसी भी व्यक्ति संस्थान के लिये भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्राप्ति के मानकों के मूल्य और आदर्श काफी महत्वपूर्ण होते हैं। मालवीय जी ने पिछली सदी के पूर्वार्द्ध में ही काशी में विश्वविद्यालय की थी। विश्वविद्यालय योग्य नागरिक भी दे सकें, काशी हिंदू विश्वविद्यालय इस सोच की उपज थी।
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आज जम हम विश्वविद्यालय के संस्थानों के लोकार्पण शिलान्यास के कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं, जिनमें विश्वविद्यालय के नवनिर्मित स्टेडियम का नामकरण, चार नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण तीन के विस्तार का कार्यक्रम चल रहा है। भले ही इतिहास ने हमारे वास्तविक नायकों को हमसे दूर रखने का प्रयास किया हो। लेकिन उनके साथ हमारा सम्बन्ध बनाए रखने का काम लोक कथाओं ने किया है। भले ही कुटिलता से शहीद बन्धु सिंह को भुला दिया हो, लेकिन इस विश्वविद्यालय ने उनके नाम पर भवन रखकर उनको याद किया है।
बंधु सिंह का है अनोखा इतिहास
1858 में बंधु सिंह बंदी बनाकर उनको 8 बार बरगद के पेड़ पर फांसी देने की कोशिश की पर हर बार फंदा टूट जाता था। उन्होंने फिर खुद ही अपनी आराध्य मां तरकुलहा देवी को फांसी के लिये मनाया और जाकर उनको फांसी हो पाई। आज यहां उन्हें हम स्मरण कर रहे हैं। जैसे हमारे आदर्श होंगे वैसे हमारे लक्ष्य होंगे।
सीएम योगी योगी ने कहा कि यूपी में पहले 653 नगर निकाय थे और अब साढ़े 700 नगर निकाय हैं जहां कूड़े की समस्या सामने आ रही है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक बड़ी चुनौती है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग जल संचय का सबसे सस्ता उपाय है। कुम्भ में हमने विशेष सॉफ्टवेयर से कई अपराधियों को चुपचाप उठा लिया और किसी को पता नही चला। हमारी सोच, स्थानीय स्तर पर कैसे सुविधाओं को स्थापित कर सकते हैं इस पर होना चाहिए। पहले हर गाँव मे खाद का गड्ढा होता था और कूड़ा प्रबन्धन होता था लेकिन आज सबने उसे पाट दिया।
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यहां से निकल कर हमारा टेक्नीशियन कहाँ तक समाज को आगे ले जा सकता है, इसके बारे में सोचना होगा। हमें समाज और व्यवस्था के साथ जुड़ना पड़ेगा। हम टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके शहर को स्मार्ट बना सकते हैं। हम क्यों ऐसी तकनीकी नही तैयार करते हैं जहां से एक जगह बैठकर सारी व्यवस्था को कंट्रोल कर सकते है। हमें तकनीकी ऐसी बनानी चाहिए जो सस्ता हो और आम आदमी की पहुँच में हो।
सीएम योगी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रदेश का महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय है। पूर्वी अंचल के नौजवानों के भविष्य को देखते हुए हम उनको कैसे आगे बढ़ा सकें, इस पर ध्यान देना होगा। हमारे संस्थान टापू ना बने। हमें विराट सोच रखनी पड़ेगी। हम व्यवस्था, समाज और शासन पर बोझ ना बने बल्कि समाज के सामने ऐसी तस्वीर पेश करें जिसे आगे ले जाया सके।