Lucknow News: अक्षिता ने हासिल किया बड़ा मुकाम, इंटरनेशनल डांस काउंसिल की बनी सदस्य

Lucknow News: अक्षिता के नाम इससे पहले भी कई रिकार्ड दर्ज हैं। वे बताती हैं कि डांस का शौक उन्हें बचपन से ही था, वे इसी क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहती हैं।

Ashish Pandey
Published on: 23 July 2023 1:25 PM GMT (Updated on: 23 July 2023 3:42 PM GMT)
Lucknow News: अक्षिता ने हासिल किया बड़ा मुकाम, इंटरनेशनल डांस काउंसिल की बनी सदस्य
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Maharajganj Akshita became a member of the International Dance Council (Photo-Social Media)

Lucknow News: किसी भी काम को करने के लिए आप में सच्ची लगन और उस कार्य के लिए निष्ठा होनी चाहिए फिर वह काम चाहे जितना भी मुश्किलों वाला ही क्यों न हो आपके लिए आसान हो जाता है। ऐसा ही कर दिखाया पूर्वांचल के महराजगंज जिले की परतावल कस्बे की रहने वाली अक्षिता त्रिपाठी ने। अक्षिता ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वो इंटरनेशनल डांस काउंसिल, पेरिस, यूनेस्को की सदस्य चुनी गई हैं।

एक मिनट में कथक के 86 फुटवर्क का भी है रिकाॅर्ड

Newstrack से बातचीत में अक्षिता ने बताया कि बचपन से ही उन्हें डांस का शौक था। उन्होंने ऑनलाइन यू ट्यूब से कथक सीखा। उन्होंने बताया कि जब वे 10वीं क्लास में थीं तो उन्हें कथक में लय की स्पीड में एक मिनट में 86 द्रूत लय बनाने के रिकाॅर्ड का सर्टिफिकेट मिल चुका है। अक्षिता बताती हैं कि 17 अप्रैल को वल्र्ड रिकार्ड बनाया था। उनकी पेरिस में आयोजित हुई वल्र्ड डांस ओलंपिक में थर्ड रैंक आई थी। कहती हैं कि वह एक इंटरनेशनल डांस कंपटिशन था। जहां विश्व के कई देशों के प्रतियोगी भाग लिए थे। अक्षिता कहती हैं कि इसी प्रतियोगिता में मेरी गुरु प्रशस्ति तिवारी को बेस्ट गुरु का अवार्ड भी मिला था। अक्षिता कथक में विश्व रिकॉर्ड और गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा महराजगंज जिले के परतावल में हुई है। वर्तमान में वे एमिटी इंटरनेशनल स्कूल वृंदावन, लखनऊ में 12वीं की स्टूडेंट हैं।

बचपन से ही था डांस का शौक

पिता हरेंद्र कृष्ण त्रिपाठी बताते हैं कि अक्षिता में बचपन से ही डांस का शौक था। उसने अपने इस हुनर को ऑनलाइन प्रशिक्षण से संवारा है। उसके इस उत्साह को बढ़ाया और आज अक्षिता को वैश्विक पहचान मिल गई। अक्षिता को नृत्य की सर्वोच्च संस्था यूनेस्को की इंटरनेशनल डांस काउंसिल सीआईडी ने सदस्य के तौर पर नामित किया है।

अक्षिता कहती हैं कि आज इस मुकाम पर पहुंचने में एमिटी स्कूल की चेयरपर्सन डॉक्टर अमिता चैहान और प्रिंसिपल साक्षी गौतम मिश्र का बड़ा योगदान है। इन्होंने मुझे काफी सपोर्ट किया है। इनकी प्रेरणा से ही आज हम यहां तक पहुंच सके हैं। अक्षिता की इस उपलब्धि पर एमिटी स्कूल की चेयरपर्सन डॉक्टर अमिता चैहान और प्रिंसिपल साक्षी गौतम मिश्र ने उन्हें बधाई दी है।

परफार्मिंग आर्ट में बनाना चाहती हैं कॅरियर

अक्षिता कहती हैं कि बीएचयू से परफार्मिंग आर्ट में वह अपना कॅरियर बनाना चाहती हैं। वह कहती हैं कि इंटर के बाद मुझे वाराणसी के बीएचयू से यह कोर्स करना है और इसी क्षेत्र में मुझे और आगे बढ़ना है।

Ashish Pandey

Ashish Pandey

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