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Mayawati: मायावती की मीडिया से अपील, नो फेक न्यूज प्लीज़, लोकसभा-विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान
Mayawati: मायावती ने कहा कि एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
Mayawati: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एक बार फिर कहा कि वह आगामी लोकसभा और चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगी। उन्होने कहा कि उनकी पार्टी आगामी चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव 2024 के लिए किसी भी गठबंधन में भी शामिल नहीं होंगी। बीएसपी अकेले ही दम पर चुनाव लड़ेगी।
मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
1. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
मायावती बोलीं, मीडिया भांतियां न फैलाए
बीएसपी, विरोधियों के जुगाड, जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे-बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी। मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए।
उन्होंने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी। इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
विपक्षी गठबंधन की बैठक में नहीं शामिल होंगी मायावती
बता दें कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में बैठक होने जा रही है। कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा सुप्रीमो मायावती इस बैठक में शामिल हो सकती हैं। लेकिन बैठक के एक दिन पहले ही उनका बयान आ गया है कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में नहीं शामिल होगी और पार्टी आगामी लोकसभा और चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव अपने ही दम पर लड़ेगी। मायावती के इस बयान से स्पष्ट हो गया है कि वह विपक्षी गठबंधन की बैठक में नहीं शामिल हो रही हैं।