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मेरठ: नकली नोट बनाने वालों का पर्दाफाश, पुलिस के हाथ लगा ये गिरोह

पुलिस ने आज इस मामले में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना गंगा नगर क्षेत्र के बक्सर चौराहे पर संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चैकिंग के दौरान मुखबिर की नकली नोटो की सूचना मिली थी।

Shraddha Khare
Published on: 5 Jan 2021 7:38 PM IST
मेरठ: नकली नोट बनाने वालों का पर्दाफाश, पुलिस के हाथ लगा ये गिरोह
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मेरठ: नकली नोट बनाने वालों का पर्दाफाश, पुलिस के हाथ लगा ये गिरोह photos (social media)

मेरठ : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बने नकली नोट दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में सप्लाई किए जा रहे थे। गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा, बुलंदशहर और हापुड इत्यादी में नकली नोट चलाए जा रहे थे। पुलिस ने इस संबंध में दो महिला समेत दो युवकों को गिरफ्तार किया है। जबकि गिरोह के सरगना सहित तीन लोग फरार हैं।

नकली नोटो के साथ किया गिरफ्तार

पुलिस ने आज इस मामले में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि थाना गंगा नगर क्षेत्र के बक्सर चौराहे पर संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चैकिंग के दौरान मुखबिर की नकली नोटो की सूचना मिली थी। उस पर प्रभारी निरीक्षक गंगानगर ने पुलिस टीम के साथ नकली नोटो के साथ दो महिलाओ को CNG पम्प के पास से समय करीब 11.40 बजे गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से 500-500 रुपये के 10 नकली नोट तथा 200-200 रुपये के 19 नकली नोट बरामद हुये।

नकली नोट बनाने के उपकरण

जिनकी निशादेही पर सुभाषनगर अभियुक्तो के किराये के मकान पर दबिश देकर अभियुक्तगण रोबिन पुत्र जयपाल को इसके साथ सिकन्दर पुत्र राजपाल को नकली नोट बनाने के उपकरण तथा 5 लाख 33 हजार 600 रुपये के नकली नोट तथा 97 हजार 500 रुपये अर्धनिर्मित नकली नोट के साथ गिरफ्तार कर नकली नोट बनाकर बाजार मे चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया ।

नकली नोट बनाने की तैयारी

अभियुक्तो ने पूछताछ पर बताया कि प्रशान्त पुत्र पदम सिह जो मूलतः केरल का रहने वाला है वह नकली नोटो के मामले मे खरखौदा, सिम्भावली, कवि नगर गाजियाबाद आदि स्थानो से पहले जेल जा चुका है तथा वर्तमान मे भी गाजियाबाद जेल मे हैं उसकी मुलाकात जेल मे विनोद व सिकंदर से हुई थी तथा वही पर गहरी दोस्ती हो गयी थी। जेल से आने के बाद प्रशान्त ने विनोद, सिकन्दर, इन सभी से मुलाकात की थी तथा प्रशान्त प्रिंटर लेकर आया था।

ऐसे किया नकली नोटो को असली

उसके बाद हम चारो मिलकर कलर प्रिंटर पर असली नोटो से कलर प्रिंट तैयार करते थे। उसके बाद डाई के द्वारा हरे रंग की चमकीली सेलो टेप को बारीकी व सफाई से कटर के द्वारा चिपकाकर 2000 रुपये, 500 रुपये, 200 रुपये, 100 रुपये के नकली नोट तैयार करके आसपास के गली मौहल्लो की छोटी दुकानो, पैठ बाजारो, रेहडी पटरी वाले दुकानदारो को देकर सामान की खरीदारी करते है।

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इन शहरों पर चला चुके हैं नकली नोट

जिनके द्वारा अभी तक मेरठ, बुलन्दशहर, हापुड, दिल्ली आदि स्थानो पर लगभग 5 लाख रुपये चला चुके है। अभियुक्त प्रशान्त वर्तमान मे नकली नोटो के मुकदमे मे थाना सिम्भावली हापुड से गाजियाबाद जेल में है। अभियुक्तगण शातिर किस्म के अपराधी है जिनमें से अभियुक्त सिकन्दर थाना पिलखुवा हापुड का हिस्ट्रीशीटर है। अभियुक्तो के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तो ने पूछताछ के दौरान बताया कि हमारा सरगना प्रशान्त उर्फ विराट मूल रुप से पुदिया गांव थाना मदिलकम जनपद त्रिशूर राज्य केरल का मूल निवासी है।

ऐसे शुरू किया था नकली नोटो का कार्य

आपको बता दें कि करीब 4 वर्ष पूर्व केरल से भागकर गाजियाबाद आ गया था गाजियाबाद मे भी किराये का मकान लेकर नकली नोटो का कार्य शुरु किया था करीब ढाई वर्ष पहले सिहानी गेट गाजियाबाद से नकली नोट प्रकरण मे जेल गया था तथा जेल मे ही उसकी मुलाकात विनोद व सिकंदर से हुई थी रोबिन विनोद का रिश्तेदार है । विनोद के माध्यम से ही रोबिन की मुलाकात प्रशान्त से हुई थी।

रिपोर्ट : सुशील कुमार

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