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Meerut News: बसपा में निकाय चुनाव में करारी हार की गाज पार्टी नेताओं पर गिरनी शुरु
Meerut News: यूपी नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ने के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के नेताओं की तरफ रुख किया है। मायावती के निर्देश पर पार्टी के विरुद्ध गतिविधियों में शामिल होने वाले नेताओं का चयन कर उनके निष्कासन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
Meerut News: यूपी नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ने के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के नेताओं की तरफ रुख किया है। मायावती के निर्देश पर पार्टी के विरुद्ध गतिविधियों में शामिल होने वाले नेताओं का चयन कर उनके निष्कासन की प्रक्रिया शुरू की गई है। मेरठ में इस प्रक्रिया के सबसे पहले शिकार मेरठ मंडल के पूर्व प्रभारी प्रशांत गौतम हुए हैं, जिनको अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। अभी अपने निष्कासन पर प्रशांत गौतम की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अलबत्ता उनके निष्कासन की पुष्टि करते हुए बसपा जिला अध्यक्ष मोहित ने बताया कि प्रशांत गौतम को बहनजी के निर्देश पर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे प्रशांत गौतम
उन्होंने बताया कि प्रशांत गौतम को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पूर्व में कई बार चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन उनके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बसपा जिलाध्यक्ष की माने तो निकट भविष्य कुछ और बसपा नेता भी निष्कासित किये जा सकते हैं। फिलहाल,निकाय चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल नेताओं को चिह्नित कर उनकी जांच कराई जा रही है। जांच में अगर ऐसे नेताओं का पार्टी विरोध की गतिविधि में शामिल होना पाया जाता है तो उन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
बसपा ने निकाय चुनाव में पार्टी की करारी हार की समीक्षा की
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी के निकाय चुनाव में पार्टी की करारी हार की समीक्षा करने के लिए लखनऊ स्थित बसपा कार्यालय में 18 मई को आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी बड़े नेताओं और पदाधिकारियों को शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद पार्टी के कुछ बड़े चेहरों पर भी गाज गिर सकती है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में नगरपालिका चुनाव के नतीजों ने बहुजन समाज पार्टी के पुनरुत्थान की उम्मीदों को धराशायी कर दिया है। मेयर की एक भी सीट जीतने में विफल रहने वाली बसपा का नगर पालिका परिषद (एनपीपी) और नगर पंचायत (एनपी) अध्यक्ष पदों पर भी प्रदर्शन निराशाजनक रहा। 2017 के निकाय चुनावों में बसपा ने मेरठ और अलीगढ़ मेयर की सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2023 के चुनाव में दोनों सीटों पर बसपा को हार का मुंह देखना पड़ा है। मेरठ में तो मेयर चुनाव में 2017 की विजेता बसपा को चौथे नम्बर पर संतोष करना पड़ा।