×

Meerut News: शहीदों को नमन तो करना ही चाहिए साथ ही उनके जीवन से भी प्रेरणा लेनी चाहिए - कुलपति संगीता शुक्ला

Meerut News: क्रांति दिवस के उपलक्ष में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम आयोजित।

Sushil Kumar
Published on: 10 May 2023 9:05 PM GMT
Meerut News: शहीदों को नमन तो करना ही चाहिए साथ ही उनके जीवन से भी प्रेरणा लेनी चाहिए - कुलपति संगीता शुक्ला
X
seminar organizing in Chaudhary Charan Singh University

Meerut News: क्रांति दिवस के उपलक्ष में साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के तत्वाधान में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में महापुरुषों की मूर्ति पर माल्यार्पण, हवन तथा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में प्रातः सर्वप्रथम हवन का आयोजन किया गया जिसमें कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला प्रोफेसर वाई विमला प्रोफेसर वीरपाल सिंह प्रोफेसर विग्नेशकुमार त्यागी ने विधि विधान से हवन कर पूर्णाहुति दी। हवन समाप्ति के बाद इतिहास विभाग से प्रभात फेरी निकालते हुए सभी लोग धन सिंह कोतवाल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करने पहुंचे उसके पश्चात शहीद मंगल पांडे जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया उसके बाद विश्वविद्यालय में लगी अन्य महापुरुषों की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। महापुरुषों की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के पश्चात सभी लोग पुनः इतिहास विभाग में पहुंचे। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर वाई विमला चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर वीरपाल सिंह इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विग्नेश त्यागी ने दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि मेरठ क्रांतिकारियों की कार्यस्थली रही है। यहीं से 1857 की क्रांति का शुभारंभ हुआ। हमें शहीदों को नमन तो करना चाहिए ही साथ ही उनके जीवन से भी प्रेरणा लेनी चाहिए क्रांतिकारियों की देश के प्रति इतनी निष्ठा थी कि उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिए न्योछावर कर दिया हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए हमारा काम केवल पढ़ना या पढ़ाना नहीं है अपितु देश के प्रति भी हमारी जिम्मेदारी है हमारा फर्ज बनता है कि हम देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करें।

इस अवसर पर वरिष्ठ आचार्या प्रोफेसर वाई विमला, प्रोफेसर वीरपाल सिंह, प्रोफेसर विग्नेश त्यागी, प्रोफेसर एवी कौर, डॉक्टर जमाल अहमद सिद्दीकी, प्रोफेसर प्रशांत कुमार, डॉक्टर योगेश मोरल ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की समन्वयक प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता, प्रोफेसर विजय मलिक इंजीनियर मनीष मिश्रा, मितेंद्र कुमार गुप्ता, इंजीनियर प्रवीण पवार आदि मौजूद रहे।

Sushil Kumar

Sushil Kumar

Next Story