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Meerut News: मनोहरपुर गांव के किसानों ने लगाई सीएम योगी से गुहार, कहा- ‘हमारी जमीन सौंपी जाए,

Meerut News: मवाना तहसील ब्लॉक हस्तिनापुर के ग्राम मनोहरपुर गांव के किसानों की जमीन का मामला तूल पकड़ने लगा है। आज भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट ने मनोहरपुर गांव के किसानों की जमीन के मामले में तहसील परिसर में मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन तहसीलदार मवाना को सौंपा है।

Sushil Kumar
Published on: 31 May 2023 1:29 AM IST
Meerut News: मनोहरपुर गांव के किसानों ने लगाई सीएम योगी से गुहार, कहा- ‘हमारी जमीन सौंपी जाए,
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(Pic: Social Media)

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद के मवाना तहसील ब्लॉक हस्तिनापुर के ग्राम मनोहरपुर गांव के किसानों की जमीन का मामला तूल पकड़ने लगा है। आज भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट ने मनोहरपुर गांव के किसानों की जमीन के मामले में तहसील परिसर में मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन तहसीलदार मवाना को सौंपा है।

किसानों की भूमि पर 1984 से बह रही गंगा नदी

ज्ञापन में मनोहरपुर गांव के उन गरीब किसानों की समस्या के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है जिनकी भूमि पर सरकार ने बिना अनुमति के गंगा पुल व सड़क का निर्माण करा दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि मेरठ जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर मवाना तहसील ब्लॉक हस्तिनापुर के ग्राम मनोहरपुर व माजरा बधवी में गंगा नदी के नाम 4000 बीघा सरकारी जमीन है। गंगा नदी अपनी जमीन छोड़कर ग्राम मनोहरपुर के लगभग 500 गरीब मजदूर किसानों की लगभग 2500 बीघा लगान भूमि पर 1984 से गंगा नदी बह रही है। यही नहीं किसानों की लगानी भूमि पर सरकार ने बिना अनुमति के गंगा पुल व सड़क का निर्माण करा दिया है,जिससे गंगा नदी आजीवन भर तक किसानों की लगानी भूमि पर ही बहती रहेगी व जो गंगा नदी के नाम लगभग 4000 बीघा सरकारी जमीन को प्रशासन ने वन विभाग को पेड़ लगाने के लिए दे दी लेकिन ग्राम मनोहरपुर के किसानों की समस्या का कोई समाधान न करते हुए सारी जमीन वन विभाग को पेड़ लगाने के लिए दे दिया है।

भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के जिला अध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह जटपुरा का कहना है कि जिला प्रशासन को 2500 बीघा जमीन किसानों के लिए छोड़नी चाहिए थी और 1500 बीघा जमीन पर पर वन लगवाने के लिए देनी चाहिए थी। भाकियू तोमर गुट के नेताओं के अनुसार इस संबंध में हमारी गुहार जिला प्रशासन द्वारा नहीं सुनी गई। मजबूर होकर मुख्यमंत्री से गुहार लगानी पड़ रही है।

Sushil Kumar

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