Meerut News: बस परिचालकों की हड़ताल से थमे शहर की लाइफ लाइन सिटी बस के पहिए, यात्री परेशान

Meerut News: विभागीय अनियमितताओं और अंदरूनी कलह के चलते आगरा सिटी बस परिचालक चालक आज अचानक हड़ताल पर चले गये, जिसका खामियाजा शहर में रोजमर्रा के काम से निकलने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।

Sushil Kumar
Published on: 28 July 2023 11:44 AM GMT
Meerut News: बस परिचालकों की हड़ताल से थमे शहर की लाइफ लाइन सिटी बस के पहिए, यात्री परेशान
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Meerut News: विभागीय अनियमितताओं और अंदरूनी कलह के चलते आगरा सिटी बस परिचालक चालक आज अचानक हड़ताल पर चले गये, जिसका खामियाजा शहर में रोजमर्रा के काम से निकलने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। एक तो गर्मी दूसरा बसों की कमी और अब सिटी बस परिचालकों की हड़ताल से तिहरी मार यात्रियों पर पड़ रही है। मौके का फायदा ऑटो और ई रिक्शा चालक उठा रहे हैं। यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूल रहे हैं।

यात्री बसों के इंतजार में भटकते रहे

दरअसल, मेरठ महानगर बस सेवा के तहत चलने वाली सिटी बसों के परिचालक आज सुबह अचानक हड़ताल पर चले गये। नतीजन, शहर में चल रही 98 सिटी बसों के पहिए थम गये। शहर के सबसे व्यस्ततम बेगमपुल, रेलवे रोड, हापुड़ अड्डा, तेजगढ़ी चौराहा आदि पर बड़ी संख्या में यात्री बसों के इंतजार में भटकते रहे हैं। रोजमर्रा के काम से निकलने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौके का फायदा ई रिक्शा चालक खूब उठा रहे हैं। जो कि बसें बंद होने की वजह से ज्यादा किराए लेकर यात्रियों को उनके गन्तव्य स्थान पर छोड़ रहे हैं। दिल्ली से यात्रा करके आ रहे राजेश ने कहा कि वह काफी देर से भैसाली बस अड्डे पर खड़े हैं लेकिन उन्हें मेडिकल जाने के लिए बस नहीं मिल रही है। पता लगा है कि बस परिचालक हड़ताल पर हैं। ऑटो चालक ज्यादा दाम मांग रहे है।

सिटी बस के परिचालक क्षेत्रीय प्रबंधक के आदेशों का कर रहे विरोध

हड़ताल के कारणों के बारे में मिली जानकारी के अनुसार सिटी बस के परिचालक डब्लूटी को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक की ओर से कल जारी किए गए आदेशों का विरोध कर रहे हैं। अधिकारियों की ओर से जारी किए गए इन आदेशों में कहा गया है कि अगर छह से अधिक डब्लूटी पाई जाती है तो परिचालक की संविदा समाप्त कर दी जाएगी। इसके अलावा छह माह में अगर किसी परिचालक की 10 डब्लूटी होती है तो भी संविदा समाप्त की जाएगी। परिचालक इन आदेशों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह तो किसी भी परिचालक की नौकरी सुरक्षित नहीं रहेगी। क्योंकि मेरठ महानगर में थोड़ी-थोड़ी दूर पर बस स्टाप हैं। ऐसे में बस में यात्रियों की संख्या अधिक होने पर परिचालकों के लिए सभी यात्रियों का टिकट बनाना बहुत कठिन काम होता है। इसलिए भीड़ होने पर बस में एक-दो यात्री तो बिना टिकट मिल ही जाते हैं। इसके अलावा उन्होंने डब्लूटी के मामलों को लेकर चल रही जांच में ड्यूटी से हटाए गए परिचालकों को वापस ड्यूटी पर रखने की मांग की है।
कल जारी आदेशों को तो स्थगित कर दिया गया है, लेकिन अधिकारी परिचालक को बहाल करने के लिए तैयार नहीं हैं।

हड़ताल के कारण करीब चार लाख रुपये का नुकसान

क्षेत्रीय प्रबन्धक केके शर्मा ने बताया कि बसों का संचालन शुरु कराने के लिए हमने अपने कल के आदेश को स्थागित करने की बात भी मांग ली है। लेकिन, परिचालक यूनियन के नेता जांच में ड्यूटी से हटाए गए परिचालकों को वापस ड्यूटी पर रखने की मांग पर अड़े हैं। क्षेत्रीय प्रबन्धक के अनुसार आज सुबह हुई हड़ताल के कारण करीब चार लाख रुपये का मेरठ महानगर बस सेवा को नुकसान हुआ है। फिलहाल, कर्मचारी यूनियन के नेताओं और अधिकारियों में वार्ता जारी है।

Sushil Kumar

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