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Meerut News: दीमक से छुटकारा दिलाने के लिए नया अविष्कार, विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ने निकाला नायाब तरीका

Meerut News: यदि आप दीमक से परेशान हैं तो आपको इससे जल्द छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के रसायन विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर नाजिया तरन्नुम ने एक फार्मूला तैयार किया है।

Sushil Kumar
Published on: 9 Aug 2023 9:25 PM IST
Meerut News: दीमक से छुटकारा दिलाने के लिए नया अविष्कार, विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ने निकाला नायाब तरीका
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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ: Photo- Social Media

Meerut News: यदि आप दीमक से परेशान हैं तो आपको इससे जल्द छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के रसायन विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर नाजिया तरन्नुम ने एक फार्मूला तैयार किया है। जिसको भारत सरकार ने ग्रांट भी कर दिया है।

दीमक को पनपने से पहले ही रोक देगा

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कैमिस्ट्री विभाग को बड़ी उपलब्धि मिली हैं। यहां की प्रोफेसर डॉ. नाजिया तरन्नुम के निर्देशन में ऐसा दीमकरोधी फोर्मूलेशन तैयार किया है, जो कि दीमक से निजात दिलाने में नई क्रांति ला देगा। यह दीमकरोधी, फर्नीचर और दरवाजों सहित लकड़ी की वस्तुओं से दीमक से तो निजात दिलाएगा ही, साथ ही पेंट में मिलाकर दीवारों और फर्नीचर में लगाने से दीमक को पनपने से ही रोक देगा। इसकी खास बात यह हैं कि यह इंसान के लिए बिल्कुल भी विषैला नहीं होगा और न ही इसमें कोई गंध आएगी। हाल ही में भारत सरकार द्वारा इस अविष्कार के लिए डॉ. नाजिया तरन्नुम को इसका पैटेंट ग्रान्ट हुआ है।

फार्मूलेशन का लेप करने से 8 माह तक दीमक दूर रहेगा

विश्वविद्यालय प्रवक्ता के अनुसार अभी तक जो दीमकरोधी बाजार में आ रहे हैं, वे विषैले तत्वों से विकसित किये जाते है और उनमें से तेज गंध भी आती है, लेकिन इस पेटेंट को भारत सरकार की मंजूरी मिलने के बाद अब ये दीमक से छुटकारा दिलाने की इंडस्ट्री में क्रांति ला सकता है। दीमक लगी वस्तुओं पर इस फार्मूलेशन का लेप करने से 8 माह तक दीमक दूर रहेगा। यदि बिना दीमक वाली वस्तुओं पर इसे पेंट करेंगे तो वह कभी भी पास नहीं भटकेगी।

यह फार्मूलेशन बाजार में उपलब्ध दीमकरोधी के मुकाबले बेहद सस्ता और ज्यादा असरदार रहेगा। पेंट के साथ प्रयोग करने से दीवार पर इससे विशेष चमक भी आएगी। फार्मूलेशन केमैस्ट्री विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. नाजिया तरन्नुम एवं रिसर्च स्कॉलर पूजा ने तैयार किया है। विभाग की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बधाई दी है।



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