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तैयार एक्शन प्लान: ऐसे महामारी से निपटा जाएगा, गठित हुई समिति
प्रदेश में महामारी से निपटने के लिए अब जनपद के पांचों तहसीलों के ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति स्थानीय स्तर पर काम करेगी।
अयोध्या: कोरोना महामारी से निपटने के लिए अब जनपद के पांचों तहसीलों के ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति स्थानीय स्तर पर काम करेगी। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा पांचो तहसीलो में बैठक कर ग्राम पंचायत स्तर पर गठित की जाने वाली निगरानी समिति के संबंध में उपस्थित उप जिलाधिकारी सहित खण्ड विकास अधिकारी व अन्य को दिये आवश्यक निर्देश और क्वारनटीन किए गए लोगों के सतत निगरानी के लिए टिप्स दिए।
04 मई से प्रारम्भ करेंगी अपना काम
04 मई से ग्राम निगरानी समितियां व मोहल्ला निगरानी समितियां अपना कार्य प्रारम्भ कर देंगे। मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी पुलिस, सीडीपीओ, खण्ड विकास अधिकारी, मेडिकल ऑफिसर के साथ बैठक की। यदि कोई व्यक्ति अपने गांव पैदल अथवा अपने निजी साधन से आया है तो निगरानी समिति उस व्यक्ति का भी विवरण नोट करने के साथ परीक्षण करेगी। साथ ही अवश्यकतानुार वे सभी नियमो एवं कार्यवाहियों का पालन कराएगी जो अन्य प्रान्तों से आये हुए श्रमिकों के लिए किया गया है।
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किसी भी व्यक्ति में लक्षण दिखने पर निगरानी समिति करेगी सूचित
किसी भी अन्य ग्रामवासी में, जो पहले से ही उस ग्राम में रह रहे हैं, कोरोना सम्बन्धी लक्षण प्रतीत होता है तो निगरानी समिति पर्यवेक्षणीय टीम को तत्काल सूचित करेगी। किसी व्यक्ति द्वारा अनावश्यक रूप से होम कवारनटीन का उल्लंघन किया जा रहा है तो संबंधित बीट कान्टेबिल एवं हल्का इंचार्ज के माध्यम से तत्काल विधिक कार्यवाही की जाएगी। सभी ऐसे आये हुए श्रमिकों, अन्य व्यक्तियों तथा ग्राम वासियों के फोन में (जिनके पास स्मार्ट फोन हैं) आरोग्य सेतु एप डाउनलोड की भी कार्यवाही निगरानी समितियों द्वारा कराया जायेगा।
वापसी कर रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार अन्य प्रान्तों से प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश में लौटने पर हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ एक निर्धारित प्रारूप पर उनका नाम, गांव में आने का दिनांक, गांव में आने का साधन, पिता का नाम, उम्र, मोबाइल नम्बर, सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ या अन्य कोई बीमारी, होम क्वारनटीन किया गया या आश्रय अस्थल भेजा गया और अन्त में 10वें कॉलम यदि विशेष बात हो तो दर्ज की जायेगी।
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लक्षण पाए जाने पर किया जाएगा क्वारनटीन
उक्त अंकन के पश्चात थर्मल स्क्रीनिंग के समय किसी भी प्रकार के लक्षण पाये जाने पर उन्हें फैसेल्टी क्वारंटाइन में रखा जायेगा और उनके सैम्पुल लेकर कोविड-19 की जांच हेतु भेजा जायेगा। जांच रिर्पोट पॉजटिव पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति को कोविड-19 एल-1 अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा तद्पश्चात शेष समस्त लोगो को क्वांटाइन सेन्टर भेजने अथवा होम क्वारंटाइन सेन्टर में रहने के निर्देश दिये जायेंगे।
निगरानी समिति में होंगे 10 सदस्य
ग्राम स्तर एवं मोहल्ला स्तर पर क्वारंटाइन पर क्वारंटाइन किये गये लोगों के निगरानी हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम निगरानी समिति जिसमें 10 सदस्य होंगे। जिसमें ग्राम प्रधान अध्यक्ष, आशा बहू, आगनवाड़ी कार्यकत्री/सहायिका, चैकीदार, युवक मंगलदल के सदस्य, प्रधानाचार्य प्राथमिक विद्यालय, सचिव ग्राम पंचायत, लेखपाल/राजस्व कर्मचारी व बीट आरक्षी सदस्य होंगे।
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मोहल्ला निगरानी समिति का किया जाएगा गठन
इसी प्रकार नगरिये क्षेत्रों हेतु मोहल्ला निगरानी समिति गठित की जानी है, जिसमें 09 सदस्य होंगे। सभासद/पार्षद निगरानी समिति के अध्यक्ष, आशा बहू, आंगनवाड़ी कार्यकत्री/सहायिका, बीट आरक्षी, नेहरू युवा केन्द्र अथवा सिविल डिफेन्स के स्वंय सेवक, प्रधानाचार्य प्राथमिक विद्यालय, नगर निकाय के कर्मचारी व लेखपाल सदस्य के रूप में दिये गये उत्तर दायित्व का निर्वाहन करेंगे।
क्वारनटीन किए गए लोगों पर रखेंगे निरंतर निगरानी
जिला मजिस्ट्रेट ने आगे बताया कि उक्त निगरानी समिति जनपद के समस्त ग्राम पंचायतों एवं समस्त नगर निकायों व नगर निगम में गठित व क्रियान्वित की जानी है। जिनके द्वारा समस्त कवारंटाइन किये गये व्यक्तियों के स्वास्थ्य से सम्बन्धित गतिविधियों पर सतत निगरानी रखेंगे। किसी प्रकार की आपात कालीन परिस्थिति में कन्ट्रोल रूम को सूचित करेंगे।
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उन्होंने आगे बताया कि प्रत्येक 10 ग्राम निगरानी समिति/मोहल्ला निगरानी समिति पर पर्यवेक्षणीय समिति का गठन किया जायेगा। जिनके सदस्य सहायक विकास अधिकारी एवं राजस्व निरीक्षक होंगे। इस संबंध में समस्त उप जिलाधिकारियों, नगर पंचायतो एवं नगर पालिका परिषदो के अधिशाषी अधिकारी तथा नगर निगम के नगर आयुक्त को आज ही निगरानी समिति एवं पर्यवेक्षणीय समिति के गठन कर सूचना कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षणीय समिति का अनुश्रवण संबंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं तहसीलदार द्वारा किया जायेगा।
लेखपाल को दी जाएगी क्वारनटीन की जाने वाले लोगों की सूची
ऐसे प्रवासी श्रमिकों या बाहर से आए हुए लोगों की सूची जिनको 21 दिवसों के लिए होम क्वॉरेंटाइन किया जाना है, संबंधित लेखपाल को उपलब्ध कराई जाएगी। समस्त निगरानी समितियां अपने ग्रामों व मोहल्लों में प्रतिदिन क्षेत्रीय भ्रमण करेंगी एवं होम क्वॉरेंटाईन किए गए व्यक्तियों की निगरानी करेंगी। ऐसे व्यक्तियों से अथवा उनके घर वालों से प्रतिदिन संपर्क स्थापित कर उनके स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों की जानकारी प्राप्त करेंगी। किसी प्रकार की असुविधा होने पर यह समितियां संबंधित अधिकारियों को सूचित कर उसका निराकरण कराएंगे।
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रिपोर्टर- नाथ बख्श सिंह