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Moradabad News: जैन धर्म की प्रभाविका माता सृष्टि भूषण का नगर आगमन, भक्तों में जबरदस्त उत्साह

Moradabad News: माताजी के प्रवेश के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए जैन समाज के प्रमुख लोगों ने जगह-जगह पर स्वागत द्वार, होर्डिंग, फ्लेक्स आदि से नगर के मुख्य मार्गों को सुसज्जित किया था।

Sudhir Goyal
Published on: 25 Jun 2023 8:17 PM IST
Moradabad News: जैन धर्म की प्रभाविका माता सृष्टि भूषण का नगर आगमन, भक्तों में जबरदस्त उत्साह
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(Pic: Newstrack)

Moradabad News: जैन धर्म की आर्यिका रत्न 105 सृष्टि भूषण माताजी एवं 105 विश्व यश मति माता जी का रविवार को मुरादाबाद में मंगल प्रवेश हुआ। जैन धर्म प्रभाविका सृष्टि भूषण माताजी ने पावन चातुर्मास वर्षायोग के लिए लोहागढ़ जैन मंदिर होते हुए जैन धर्मशाला गंज में भव्य प्रवेश किया। इस दौरान भक्त गाजे-बाजे के साथ स्तुति करते नजर आए।

माताजी का जगह-जगह किया गया भव्य स्वागत

माताजी के प्रवेश के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए जैन समाज के प्रमुख लोगों ने जगह-जगह पर स्वागत द्वार, होर्डिंग, फ्लेक्स आदि से नगर के मुख्य मार्गों को सुसज्जित किया था। जैन समाज के गणमान्य लोगों ने चरण पखार कर मंगल आरती उतारी। माताजी के मंगल प्रवेश एवं चतुर्मास से पूरा जैन समाज उल्लासित था। सुबह से जैन समाज के लोग भारी संख्या में यात्रा मार्ग में नजर आए। युवा जैन धर्म की जय-जयकार, अहिंसा परमो धर्म, सृष्टि भूषण, विश्व यश मति माताजी के जयकारे लगाते हुए बैंड बाजों के साथ भक्तिमय माहौल में निकले और जगह-जगह उनका स्वागत किया गया।

500 किमी पैदल यात्रा के बाद नगर आगमन

जैसा कि विदित ही है कि जैन साध्वी नंगे पैर पैदल ही चलती हैं। जैन साध्वी और मुनि किसी वाहन का प्रयोग नहीं करते। माताजी ने मुरैना जिले अम्बाह नगर से दो माह पूर्व मुरादाबाद के लिए प्रस्थान किया था। अनेकों स्थानों पर रुकते-रुकते लगभग 500 किमी पैदल नंगे पैर यात्रा करके आज मुरादाबाद में उन्होंने प्रवेश किया। चातुर्मास के मध्य प्रतिदिन प्रवचन, पूजा-विधान, भक्ति आदि कार्यक्रम होंगे। माताजी युवा पीढ़ी को धर्म की शिक्षा और अपनी संस्कृति का ज्ञान देंगी।

बेटियों को पढ़ाई के साथ संस्कृति भी सिखाएं

इस अवसर पर उन्होंने माताओं का आह्वान करते हुए कहा कि बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपनी संस्कृति, शिक्षा एवं घरेलू कामकाज भी सिखाएं। बेटियों से आह्वान किया कि वह अपने सास-ससुर को अपने माता-पिता की तरह समझें और उनको सम्मान दें। माता जी के स्वागत में रामपुर व अमरोहा जैन समाज के भी काफी सदस्य भारी संख्या में मौजूद रहे। इस अवसर पर टीएमयू के संस्थापक वर्षायोग समिति के संरक्षक सुरेश जैन ने पुरानी स्मृतियों को साझा करते हुए बताया कि माता जी की प्रेरणा से टिमिट की स्थापना की गई, जो आज तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के नाम से भारतवर्ष में मुरादाबाद के नाम को रोशन कर रहा है।

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

इस अवसर पर चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष सर्वोदय जैन, संयोजक अरविंद जैन, दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष अनिल जैन, उपाध्यक्ष राजीव जैन, मंत्री अरविंद जैन, उपमंत्री अशोक जैन, रामगंगा विहार जैन समाज के अध्यक्ष संदीप जैन, महावीर जयंती महोत्सव समिति के अध्यक्ष अनुज जैन, अध्यक्ष महिला जैन समाज नीलम जैन, मंत्री शिखा जैन, टीएमयू ग्रुप वाइस चेयरमैन मनीष जैन, टीएमयू से बीना जैन, रिचा जैन, वर्षायोग समिति मीडिया संयोजक नितिन जैन, लाजपत नगर जैन मंदिर के व्यवस्थापक अभिनंदन कुमार जैन, मझोला के राकेश जैन, जीलाल मोहल्ले से अविनाश जैन, गंज जैन मंदिर के विपिन जैन, सिविल लाइंस से आलोक जैन, पवन कुमार जैन, समीर जैन, विनीत जैन, प्रमोद जैन, शुभम जैन, दीपक जैन, अमन जैन, अंकित जैन, सीमा जैन, सुषमा जैन, अलका जैन, राशि जैन, ऊषा जैन सहित सभी प्रमुख जैन धर्मावलंबी उपस्थित थे।



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Sudhir Goyal

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