Moradabad News: विवादित स्थल पर जल चढ़ाने निकली करणी सेना, पुलिस ने रोका, फोर्स तैनात, जानिए पूरा मामला

Moradabad News: नूंह में हुई हिंसा की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई है कि मुरादाबाद की करणी सेना ने एक विवादित स्थल पर जल चढ़ाने का ऐलान कर दिया। भारी पुलिस फोर्स लगाकर उन्हें रोका गया।

Sudhir Goyal
Published on: 28 Aug 2023 11:49 AM GMT
Moradabad News: विवादित स्थल पर जल चढ़ाने निकली करणी सेना, पुलिस ने रोका, फोर्स तैनात, जानिए पूरा मामला
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विवादित स्थल पर जल चढ़ाने निकली करणी सेना, पुलिस ने रोका, फोर्स तैनात: Photo-Newstrack

Moradabad News: नूंह में हुई हिंसा की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई है कि मुरादाबाद की करणी सेना ने एक विवादित स्थल पर जल चढ़ाने का ऐलान कर दिया। कार्यकर्ता संभल जनपद के सरायतरीन स्थित धार्मिक स्थल की ओर निकल पड़े। भारी पुलिस फोर्स लगाकर उन्हें रोका गया। कार्यकर्ताओं ने सड़क पर ही धरना देकर अपना विरोध जताया।

हरिहरमंडल जाना चाहते थे करणी सेना के कार्यकर्ता

थाना कटघर क्षेत्र की पीतल नगरी से करणी सेना के लोग एकत्रित हुए। जो संभल जनपद के सरायतरीन स्थित विवादित हरिहरमंडल शिव मंदिर पर जल चढ़ाने के लिए चल पड़े। पुलिस ने करणी सेना को हनुमान मूर्ति चौराहे के निकट रोक लिया। कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए और संभल के हरिहर मंडल शिव मंदिर पर जल चढ़ाने की मांग पर अड़े रहे। प्रदर्शन को देखते हुए मुरादाबाद प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स व आरएएफ की तैनाती कर दी।

हरिहरमंडल शिव मंदिर पर ये है विवाद

करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र राणा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। दरअसल, संभल जिला जो कुछ वर्ष पूर्व तक मुरादाबाद की एक तहसील हुआ करता था, वहां के एक मोहल्ले सरायतारीन में हिंदुओं का प्रसिद्ध हरिहरमंडल शिव मंदिर था। जो मुगल काल के बाद मुस्लिम समाज की जामा मस्जिद है। जिस पर दोनो पक्षों की ओर से विवाद है। वहां हमेशा केंद्रीय फोर्सेस की तैनाती रहती है। हिंदूवादी संगठन उस क्षेत्र को भी काशी-अयोध्या की तरह मुक्त कराने जैसी बातें करते हैं।

आज भी करणी सेना के लोग उसी हरिहरमंडल शिव मंदिर पर जल चढ़ाने के लिए अड़े हुए थे। मंदिर को मुक्त कराने की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठन अक्सर आंदोलन किया करते हैं। हालांकि, करीब दो घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस-प्रशासन के समझाने के बाद करणी सेना के कार्यकर्ता बमुश्किल शांत हुए। प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से मिले आश्वासन के बाद वो वापस लौट गए।

Sudhir Goyal

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