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बदन सिंह: नाम से ही थर-थर कांपते थे लोग, हवेली पर चला योगी सरकार का बुलडोजर

बदन सिंह बद्दो के पिता 1970 में पंजाब से मेरठ आए थे और वहां ट्रांसपोर्ट का काम शुरू किया। सात भाइयों में सबसे छोटा बद्दो यहीं से अपराधियों के संपर्क में आया और उसने क्राइम की दुनिया में कदम रखा।

Aditya Mishra
Published on: 21 Jan 2021 12:10 PM GMT
बदन सिंह: नाम से ही थर-थर कांपते थे लोग, हवेली पर चला योगी सरकार का बुलडोजर
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बदन सिंह बद्दो 20 महीने से फरार चल रहा है। बद्दो की अवैध कोठी ध्वस्तीकरण पर आईजी ने कहा कि जरायम से अर्जित संपत्तियों पर पुलिस की पैनी नजर है।

मेरठ: उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार की सख्त कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में पश्चिमी यूपी के सबसे कुख्यात डॉन बदन सिंह बद्दो के खिलाफ आज प्रदेश सरकार के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई है।

2.5 लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो काफी समय से फरार चल रहा है। गुरुवार को उसकी आलीशान कोठी पर बुलडोजर चला दिया गया।

जिस वक्त मेरठ के टीपी नगर थानाक्षेत्र के पंजाबीपुरा में स्थित इस कोठी को गिराने की कवायद चल रही थी। उस समय मौके पर भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

बदन सिंह बद्दो की महलनुमा कोठी को गिरते हुए देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंचे थे। उसके बारें में ऐसा कहा जाता है कि उसे राजा महराजाओं की तरह जिंदगी जीना पसंद है।

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Badan Singh बदन सिंह बद्दो: नाम से ही थर-थर कांपते थे लोग, चला योगी सरकार का बुलडोजर(फोटो: सोशल मीडिया)

राजा महराजाओं की तरह जिंदगी जीने का शौक

यही कारण है कि उसने अपने रहने के लिए महल नुमा कोठी बनवा रखी थी। जो बेहद ही आलीशान थी। उसके अंदर ख़ास तरह की डिजाइनिंग की गई थी। जिसे आज बुलडोजर चलवा कर गिरा दिया गया।

बता दें बदन सिंह बद्दो 20 महीने से फरार चल रहा है। बद्दो की अवैध कोठी ध्वस्तीकरण पर आईजी ने कहा कि जरायम से अर्जित संपत्तियों पर पुलिस की पैनी नजर है।

बद्दो के बंगले का ध्वस्तीकरण बदमाशों के लिए चेतावनी है। अपराध पर पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति है। बदन सिंह की बेनामी संपत्तियों की जांच जारी रहेगी।



दरअसल ढाई लाख का इनामी बद्दो 28 मार्च 2019 को पुलिस कस्टडी से भागा था। हाईकोर्ट की फटकार के बाद बद्दो की फरारी के 19 माह बाद पुलिस ने न्यू पंजाबीपुरा, टीपीनगर में उसकी कोठी ढूंढकर कुर्की की कार्रवाई भी की।

बद्दो की कोठी को ध्वस्त कराने की प्रक्रिया पुलिस द्वारा शुरू की गई है। एमडीए की जांच में कोठी अवैध मिली।

28 मार्च 2019 को बद्दो पूर्वांचल की जेल से गाजियाबाद कोर्ट में पेशी के ले जाया जा रहा था।

उसने पुलिसकर्मियों से साठ-गांठ की और जब पुलिस रास्ते में मुकुट महल होटल में खाने के लिए रुकी तो बद्दो ने 6 पुलिसकर्मियों को शराब पिलाकर नशे में धुत कराने में कामयाब रहा। इसके बाद वहां से एक लग्जरी कार में भाग निकला। उसके गैंग ने पहले से इंतजाम कर रखा था। इस मामले में 6 पुलिसकर्मी सहित 18 लोग जेल जा चुके हैं।

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Booldojar बदन सिंह बद्दो: नाम से ही थर-थर कांपते थे लोग, चला योगी सरकार का बुलडोजर(फोटो: सोशल मीडिया)

कौन है बदन सिंह बद्दो?

बता दें कि बदन सिंह बद्दो के ऊपर 40 अन्य मामले दर्ज हैं। जिसमें फिरौती वसूलने से लेकर हत्या और हत्या की कोशिश, अवैध हथियार रखने और उनकी आपूर्ति करने, बैंक डकैती जैसे मामले शामिल हैं।

बद्दो के पिता 1970 में पंजाब से मेरठ आए थे और वहां ट्रांसपोर्ट का काम शुरू किया। सात भाइयों में सबसे छोटा बद्दो यहीं से अपराधियों के संपर्क में आया और उसने क्राइम की दुनिया में कदम रखा।

1980 के दशक में वह मेरठ के मामूली बदमाशों के साथ मिलकर शराब की तस्करी किया करता था। इसके बाद उसने पश्चिमी यूपी के कुख्यात गैंगस्टर रवींद्र भूरा के गैंग को ज्वाइन कर लिया।

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