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सांसद सुखराम ने कई कार्यकर्ताओं को दिलाई प्रसपा की सदस्यता, जय प्रकाश बने गुजरात प्रभारी
उन्होंने बताया कि दोनों कद्दावर नेता पार्टी में उपेक्षित थे जबकि इन्होंने संगठन के लिए बहुत काम किया है। लेकिन अब दोनों ही नेताओ को प्रसपा ने शामिल किया गया है और अब संगठन के लिए काम करेंगे।
कानपुर: गुजरात के कद्दावर नेता व पूर्व गुजरात बसपा प्रभारी जय प्रकाश प्रेम ने मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का दामन थाम लिया। प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने राजधानी स्थित प्रदेश कार्यालय पर जय प्रकाश को पार्टी में शामिल किया। इसके पहले जय प्रकाश गुजरात में बसपा प्रभारी रहे। अब वह गुजरात में प्रसपा के प्रभारी बना दिये गये हैं।
शिवपाल ने सदस्यता दिलाने बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात महात्मा गांधी की भूमि है। वहां गांधी की विरासत व विचारधारा को समाजवाद का प्रगतिशील व प्रतिबद्ध पक्ष ही आगे बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने चुनौतियां बहुत हैं लेकिन जनता हमारे साथ है। पार्टी के पदाधिकारियों पर पूरा भरोसा है। तीन महीने में जिस तरह का संगठन खड़ा किया हुआ है, यह ऐतिहासिक है।
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और मुलायम सिंह के करीबी राज्यसभा सदस्य चौधरी सुखराम सिंह यादव ने अब खुलकर बगावती तेवर दिखाना शुरू कर दिया है।
वहीं सुखराम सिंह यादव ने कानपुर ग्रामीण के पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव और और बलराम गुप्ता को प्रसपा की सदस्यता ग्रहण कराई। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले महेंद्र सिंह का पार्टी छोड़ना सपा के लिए बड़ा नुकसान माना रहा है। वही सुखराम सिंह यादव भी सपा पार्टी विरोधी गतिविधियों में अब खुलकर सामने आ रहे।
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मंगलवार को प्रसपा के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने पुराने समाजवादी बलराम गुप्ता और सपा ग्रामीण के पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव को पार्टी का झंडा देकर सदस्यता दिलाई। इस मौके पर सपा से राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह यादव,पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया ,प्रदेश सचिव आशीष चौबे मौजूद रहे।
महेंद्र सिंह यादव और बलराम गुप्ता चौधरी सुखराम सिंह यादव को अपना राजनैतिक गुरु मानते है। सुखराम सिंह यादव के पिता चौधरी हरमोहन सिंह ने महेंद्र यादव को सपा की सदस्यता दिलाई थी। महेंद्र सिंह यादव और बलराम गुप्ता मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह करीबी माने जाते रहे हैं। लेकिन बीते 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले हुए पारिवारिक विवाद और सपा की करारी शिकस्त के बाद इसे दोनों नेताओं को पार्टी ने किनारे कर दिया था। सुखराम सिंह यादव ने महेंद्र सिंह को भरोसा दिलाया था कि मैं प्रसपा में शामिल करा दूंगा और संगठन में पद भी दिलाऊंगा। अखिलेश यादव ने पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया को पहले ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा चुके थे।
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प्रदेश प्रसपा सचिव आशीष चौबे के मुताबिक महेंद्र सिंह यादव और बलराम गुप्ता के आने से प्रसपा को जबर्दस्त फायदा होने वाला है। कानपुर शहर में महेंद्र सिंह के पास बड़ा जनाधार है। दोनों ही दिग्गज नेता है जिनकी एक आवाज पर जनसमूह इकठ्ठा हो जाए। निश्चित ही दोनों नेता प्रसपा को मजबूत करने का काम करेंगे। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सांसद सुखराम सिंह की मौजूदगी में दोनों ही नेताओ को सदस्यस्ता दिलाई है। उन्होंने बताया कि दोनों कद्दावर नेता पार्टी में उपेक्षित थे जबकि इन्होंने संगठन के लिए बहुत काम किया है। लेकिन अब दोनों ही नेताओ को प्रसपा ने शामिल किया गया है और अब संगठन के लिए काम करेंगे।