TRENDING TAGS :
ब्राह्मणों की हत्या: संयोग है या साजिश, आराधना मिश्रा ने योगी सरकार पर उठाए सवाल
सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और विधानपरिषद में कांग्रेस दल नेता दीपक सिंह ने योगी सरकार पर जमकर प्रहार किए।
लखनऊ: कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश की बिगडी कानून- व्यवस्था के मुद्दे पर सोमवार को योगी सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने सरकार पर जातिवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में बडे पैमाने पर ब्राह्मणों की हत्या हो रही है ऐसे में इस सवाल का जवाब मिलना चाहिए कि यह हत्याएं महज इत्तफाक हैं अथवा किसी साजिश की देन।
योगी सरकार को कानून-व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फेल- आराधना मिश्रा
सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और विधानपरिषद में कांग्रेस दल नेता दीपक सिंह ने योगी सरकार पर जमकर प्रहार किए। कांग्रेस की ओर से आराधना मिश्रा 'मोना' ने मोर्चा संभाला और योगी सरकार को कानून- व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फेल बताया ।
ब्राह्मणों की हत्या: संयोग है या साजिश, आराधना मिश्रा ने योगी सरकार पर उठाए सवाल-photo by ashutosh tripathi (newstrack.com)
महिलाओं और बच्चियों संबंधित अपराध की संख्या ज्यादा
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो चुकी है। कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण के जिस वादे के साथ भाजपा सत्ता में आई थी उसका हाल सबके सामने है। मुख्यमंत्री लंबे समय से दावा कर रहे हैं कि अपराधियों ने उत्तर प्रदेश छोड दिया है तो सवाल उठता है कि जो घटनाएं हो रही हैं उन्हें कौन और किसकी शह पर अंजाम दे रहा है। महिलाओं और बच्चियों के साथ सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं। आश्चर्यजनक तरीके से अब अपराध करने वाले लोग बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या भी कर दे रहे हैं। बलात्कार पीडिता की जबान काट ली जा रही है।
ये भी देखें : US राष्ट्रपति चुनाव: कमला हैरिस की मां का सपना, ‘ट्रंप को हराओ’
लखीमपुर खीरी दिनदहाडे पूर्व विधायक की हत्या
आराधना मिश्रा 'मोना' कि अपराध ब्यूरो के आंकडे बता रहे हैं कि पूरे देश की आबादी का 16.85 प्रतिशत यूपी में निवास कर रहा है लेकिन पूरे देश के अपराध में यूपी का योगदान 11 प्रतिशत है। लखीमपुर खीरी में दिनदहाडे पूर्व विधायक की सभी के सामने निर्मम हत्या कर दी गई और अब सरकार व पुलिस में बैठे लोग मामले को दूसरा रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। आज कुशीनगर से मॉब लिंचिंग की खबर आ रही है। यह घटनाएं बता रही हैं कि पुलिस और सरकार से आम लोगों का विश्वास उठ गया है। उन्हें मालूम है कि इंसाफ उन्हें सरकारी सिस्टम से नहीं मिलेगा।
प्रदेश में सात महीने के दौरान 2032 हत्याएं
उन्होंने कहा कि सरकारी आंकडे बता रहे हैं कि प्रदेश में सात महीने के दौरान 2032 हत्याएं हुई हैं । यानी हर रोज नौ से 10 हत्या हो रही हें। महिला उत्पीडन के मामले 1216 हुए हैं। हर रोज छह से सात महिलाएं अत्याचार का शिकार बन रही हैं और योगी सरकार कह रही है कि अपराधियों ने प्रदेश छोड दिया है। बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा देने वाली सरकार में सबसे जघन्य अपराध महिलाओं और बच्चियों के साथ ही हो रहे हैं।
ब्राह्मणों की हत्या: संयोग है या साजिश, आराधना मिश्रा ने योगी सरकार पर उठाए सवाल-photo by ashutosh tripathi (newstrack.com)
कई स्थानों पर पूरे ब्राह्मण परिवार की हत्या का मामला
अचानक इस सरकार में बहुत सारे ब्राह्मणों की हत्या हो रही है। क्या यह महज इत्तफाक है या साजिश? क्या ब्राह्मण इस समाज का हिस्सा नहीं हैंं। प्रयागराज, एटा और अलीगढ समेत कई स्थानों पर पूरे ब्राह्मण परिवार की हत्या हो गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि अपराधी और पीडित की कोई जाति नहीं होती है। जिसके साथ भी ज्यादती होगी कांग्रेस उसके साथ खडी दिखाई देगी।
ये भी देखें: IPL 2020: राजस्थान रॉयल्स को झटका, अब इन्होने लिया नाम वापस
कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी
कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि यूपी में हत्या की वारदात अब घंटे की दर से और बलात्कार व दुष्कर्म की वारदात मिनटों के हिसाब से हो रही है। सरकार इन घटनाओं पर गुमराह करने में जुटी है। 2020 में हुई हत्याओं के बारे में सदन में मैंने सवाल उठाया था तो नेता सदन डॉ दिनेश शर्मा ने जानकारी देने से मना कर दिया। क्योंकि सदन में झूठ नहीं बोल सकते। वहां गलत जानकारी देने पर सरकार फंस सकती है इसलिए जवाब देने के बजाय टाल दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से परेशान लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।
रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी, लखनऊ